भोपाल: मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष यश घनघोरिया के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्य चुनाव पदाधिकारी कार्यालय का घेराव करने की कोशिश की. हालांकि पुलिस ने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को व्यापम चौराहे पर ही रोक लिया. कार्यकर्ता नेता जब इसके बाद भी नहीं माने तो पुलिस को वाटर कैनन का उपयोग करना पड़ा. इस दौरान पुलिस और युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच धक्का मुक्की भी हुई.
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि "चुनाव आयोग बीजेपी का दलाल बनकर काम कर रही है. इसके खिलाफ हम लड़ाई को हर विधानसभा तक लेकर जाएंगे. उधर कांग्रेस के सीनियर नेता सज्जन सिंह वर्मा ने आरोप लगाया एक घर में 250-250 मतदाता हैं और बीजेपी नेता ऐसे मतदाताओं को वैरीफाई करने बीएलओ पर दवाब डाल रहे हैं."
भोपाल पुलिस ने बैरीकेटिंग कर रोका
वोट चोरी के विरोध में युवा कांग्रेस ने भोपाल से शंखनाद किया. भोपाल स्थित चुनाव आयोग का कार्यालय घेरने युवा कांग्रेस के नेतृत्व में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस प्रदेश कार्यालय से आगे बढ़े. प्रदर्शन में युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदयभानु चिब के अलावा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा सहित युवा कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे. युवा कांग्रेस के नव नियुक्ति प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि "चुनाव आयोग बीजेपी का दलाल बनकर काम कर रहा है. सभी इस लड़ाई को गली-गली तक लेकर जाएं, ताकि एसआईआर अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सके और वोट का अधिकार न छिन सके.
पुलिस के साथ हुई झूमा-झटकी
उधर कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोकने की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ता बैरीकेटिंग पर चढ़ने लगे तो पुलिस को वाटर कैनन का उपयोग करना पड़ा. बाद में पुलिस ने युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया.
सज्जन बोले बीजेपी नेता बीएलओ पर डाल रहे दबाव
उधर कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा ने आरोप लगाया कि "बीजेपी नेता बीएलओ पर एक घर में रह रहे 250-250 मतदाताओं को वैरीफाई करने का दबाव डाल रहे हैं. भोपाल के करोंद इलाके में ही एक मकान में 108 वोटर दर्ज थे, जहां पिछले चुनाव में वोट भी डाले गए. जबकि रहते सिर्फ 4 लोग ही हैं. ग्वालियर के दौरे के समय भी कई ऐसे घर सामने आए, जहां दो कमरों के मकानों में 250-250 मतदाता दर्ज हैं. बीजेपी नेता ऐसे मतदाओं को वैरीफाई करने के लिए बीएलओ पर दबाव डाल रहे हैं.
कांग्रेस इस तरह की पूरी सूची तैयार करा रही है. बीजेपी नेताओं के दबाव में चुनाव आयोग काम कर रही है. सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि एसआईआर को लेकर कांग्रेस लगातार नजर रखे हुए है और अपने बीएलओ के माध्यम से जमीन से लगातार रिपोर्ट बुलाई जा रही है, लेकिन एसआईआर को लेकर जमीनी स्थिति अच्छी नहीं है. बीएलओ को लेकर मैं अपनी सहानुभूमि प्रकट करता हूं. उन्होंने कहा कि गणन पत्रक के लिए एक माह ही समय क्यों दिया, जबकि इस समय को बढ़ाया जा सकता था.
आखिर इतना भार सरकारी कर्मचारियों पर क्यों डाला जा रहा है. भोपाल में ही एक लाख गणना पत्रक अभी तक बंटे ही नहीं है. चुनाव आयोग दावा कर रहा है कि 50 फीसदी डिजिटाइजेशन कर लिया गया है. आयोग गलत आंकड़े पेश कर रहा है."

