Wednesday, August 6, 2025

मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों को मोहन यादव सरकार ने बनाया लखपति

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भोपाल: राजधानी भोपाल के रविंद्र भवन स्थित सभागार में बुधवार को मध्य प्रदेश शिखर खेल अलंकरण एवं 38वें नेशनल गेम्स 2025 के पदक विजेता खिलाड़ियों का सम्मान किया गया. इसमें विभिन्न श्रेणी के 82 खिलाड़ी शामिल थे. इनमें 34 स्वर्ण, 25 रजत और 23 कांस्य पदक विजेता शामिल थे. इस वर्ष 12 विक्रम, 11 एकलव्य, 3 विश्वामित्र और एक लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार दिए गए हैं. इस साल 3 अनुभवी कोच को भी विश्वामित्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. इन सभी खिलाड़ियों को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुरस्कार प्रदान किए.

राम ने खिलाड़ी भावना को ऐसे अपनाया

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि "हमें अच्छा खिलाड़ी बनने के लिए यह देखना पड़ेगा कि राम और कृष्ण के जीवन का टर्निंग प्वाइंट किस जगह है. जब राम की तरुणावस्था होती है, उस समय उनके यहां गुरु विश्वामित्र आते हैं. वो राजा दशरथ से सेना नहीं मांगते, वो राक्षसों का विनास करने के लिए युवाओं की मांग करते हैं. इसके बाद युवा कैसे बदलता है, यह बताने की जरुरत नहीं. यदि विश्वामित्र राम को लेकर जंगल में ना जाते और उनको मरीचि और जटायु जैसों को मारने का काम नहीं देते तो क्या राम अच्छे खिलाड़ी बनते, लेकिन राम ने खिलाड़ी भावना के आधार पर अपने जीवन को गौरावन्वित किया.

खेल जीवन में हमें ये सब दे सकता है

मुख्यमंत्री ने कहा कि राम भगवान ने जिस प्रकार अपनी क्षमता, योग्यता और बुद्धि से महाविजय प्राप्त की, उसी प्रकार राजा जनक के दरबार में धनुष तोड़ने की शक्ति दिखाई, वो भी खिलाड़ी भावना का ही प्रतीक है. खेल हमको जीवन क्या दे सकता है. ये भगवान राम से सीखना चाहिए. खेल हमको क्या-क्या दे सकता है. यह दुश्मनों को मुक्ति देता है. घर में माता सीता देता है, पराक्रम और पुरुषार्थ देता है.

कृष्ण को माखनचोर कहना गलत है

सीएम ने कहा कि भगवान कृष्ण के बारे में माखन से जोड़कर के लोग पता नहीं क्या-क्या कह देते हैं. मैं केवल आपको इतना बताना चाहूंगा कि भगवान कृष्ण के अपने घर में हजारों गाय हैं. इन गायों से माखन निकलता है, अब आप बताओ एक बच्चा कितना माखन खाएगा. एक दोना, दो दोना, ज्यादा अच्छा खिलाड़ी है तो आधा किलो, तो वो तो एक गाय से ही हो जाता है. लेकिन जिसके यहां हजारों गाय हैं. वो माखन चोरी कैसे कर सकता है. यह कितना गलत कहा गया है कि कृष्ण मटके से माखन चोरी करते थे.

विक्रम पुरस्कार के साथ 2-2 लाख रुपए

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विक्रम पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया. सम्मान स्वरूप प्रत्येक खिलाड़ी को 2-2 लाख रुपए की राशि के चेक दिए गए. इनमें शूटिंग खिलाड़ी ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर खरगोन, क्याकिंग-कैनोइंग (स्लॉलम) खिलाड़ी जान्हवी श्रीवास्तव भोपाल, तीरंदाजी खिलाड़ी रागिनी मार्को जबलपुर, कुश्ती खिलाड़ी शिवानी पवार छिंदवाड़ा, बॉक्सिंग खिलाड़ी श्रुति यादव भोपाल, जूडो खिलाड़ी यामिनी मौर्य सागर, खोखो खिलाड़ी सचिन भार्गो देवास, हॉकी खिलाड़ी नीलू डाडिया मंदसौर, सॉफ्टबाल खिलाड़ी प्रवीण कुमार दवे इंदौर, शूटिंग (दिव्यांग श्रेणी) रूबिना फ्रांसिस जबलपुर और पावरलिफ्टिंग खिलाड़ी अपूर्व दुबे इंदौर को विक्रम पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

एकलव्य पुरस्कार पाने वालों को 1 लाख

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने एकलव्य पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ियों को सम्मान स्वरूप एक-एक लाख रुपए की राशि के चेक दिए गए. समारोह में शूटिंग खिलाड़ी रितुराज बुंदेला टीकमगढ़, क्याकिंग-कैनोइंग (स्लॉलम) खिलाड़ी भूमि बघेल महेश्वर, स्क्वैश खिलाड़ी कृष्णा मिश्रा इंदौर, फेंसिंग खिलाड़ी पूजा दांगी राजगढ़, रोइंग खिलाड़ी प्रभाकर सिंह राजावत ग्वालियर, सेलिंग खिलाड़ी नेहा ठाकुर देवास, तैराकी खिलाड़ी प्रखर जोशी इंदौर, एथलेटिक्स खिलाड़ी अर्जुन वास्कले खरगौन, कुश्ती खिलाड़ी प्रियांशी प्रजापत उज्जैन, हॉकी खिलाड़ी अंकित पाल ग्वालियर और पावरलिफ्टिंग खिलाड़ी गौरव पचौरी मुरैना को एकलव्यि पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

3 सर्वश्रेष्ठ कोच को विश्वामित्र एवं लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विश्वामित्र पुरस्कार प्राप्त प्रशिक्षकों को भी सम्मानित किया. सम्मान स्वरूप प्रत्येक प्रशिक्षक को 2-2 लाख रुपए की राशि के चेक दिए गए. सम्मान समारोह में क्याकिंग-कैनोइंग प्रशिक्षक पीजूष कांती बारोई भोपाल, तीरंदाजी प्रशिक्षक अशोक कुमार यादव जबलपुर और हॉकी प्रशिक्षक लोकेन्द्र शर्मा भोपाल को विश्वामित्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया. जिम्नास्टिक के रतनलाल वर्मा उज्जैन को लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित कर 2 लाख रुपए का चेक भी प्रदान किया गया.

38वें नेशनल गेम्स के पदक विजेताओं को 546 लाख की सम्मान निधि

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सम्मान समारोह में 38वें नेशनल गेम्स 2025 के 34 स्वर्ण पदक विजेता, 25 रजत और 23 कांस्य पदक विजेता को भी सम्मानित किया. कुल 18 खेलों के 82 पदक विजेताओं को सम्मान स्वरूप कुल 5 करोड़ 46 लाख की राशि दी गई. इस अवसर पर बड़ी संख्या में खिलाड़ी और खेलप्रेमी मौजूद रहे.

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