मध्यप्रदेश | Uma bharti मध्यप्रदेश के उज्जैन में सिंहस्थ 2028 के लिए स्थायी रूप से जमीन लेने के लिए लाए गए लैंड पुलिंग एक्ट को सरकार ने वापस ले लिया है। सोमवार को देर रात किसान संघ से मीटिंग के बाद सीएम मोहन यादव ने इसका ऐलान किया। जमीनों के स्थायी अधिग्रहण के एक्ट को राज्य सरकार द्वारा वापस लेने के फैसले को भारतीय किसान संघ ने किसानों की बड़ी जीत बताया है। इधर कांग्रेस ने सरकार के इस निर्णय पर भी सवाल उठाए हैं। तराना विधायक महेश परमार और उज्जैन कांग्रेस शहर अध्यक्ष मुकेश भाटी ने भोपाल में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूछा कि लैंड पुलिंग एक्ट केवल उज्जैन के लिए वापस लिया है कि प्रदेशभर में इसे वापस लिया गया है! इस बीच वरिष्ठ बीजेपी नेत्री और राज्य की पूर्व सीएम उमा भारती ने भी लैंड पुलिंग एक्ट को वापस लेने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने इस फैसले पर खुशी जताते हुए कहा है कि सरकार ने लोकलाज की मर्यादा का सम्मान रखा।
पूर्व सीएम उमा भारती प्रदेश बीजेपी कार्यालय पहुंची। अर्से बाद उन्हें यहां देखकर कार्यकर्ताओं ने आश्चर्यमिश्रित उत्साह जाहिर किया। उमा भारती ने प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल से मुलाकात की। उनसे अपने गौ पालन एवं गौ संवर्धन अभियान के लिए सहयोग मांगा।
बीजेपी नेत्री उमा भारती ने उज्जैन में सिंहस्थ 2028 के लिए जमीन लेने के लैंड पुलिंग एक्ट को वापस लेने पर भी बयान दिया। उन्होंने इसे किसानों के हित में लिया फैसला करार दिया। पूर्व सीएम उमा भारती ने कहा कि राज्य सरकार ने लोकलाज की मर्यादा का सम्मान रखा। इसके लिए उन्होंने सीएम मोहन यादव का सम्मान करने की भी बात कही।
इससे पहले उमा भारती सीएम मोहन यादव से भी मिल चुकी हैं। उन्होंने सीएम से गौ पालन एवं गौ संवर्धन के लिए नीतियां लागू करने की मांग की। मुलाकात के संबंध में उमा भारती ने मंगलवार को अपने एक्स हेंडल पर जानकारी दी। उन्होंने लिखा-
माता बेटी बाई सोशल वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा विराट गौ संवर्धन सभा में किसानों एवं गौ भक्तों के द्वारा पारित प्रस्तावों का ज्ञापन मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव जी को सौंपा, साथ में कार्यक्रम के संयोजक श्री अशोक त्रिपाठी जी भी शामिल रहे। मुझे मोहन यादव जी पर विश्वास है कि गौ पालन एवं गौ संवर्धन संबंधी यह मांगे सरकारी नीतियों में परिवर्तित होकर लागू हो जाएंगी।

