शिवपुरी: धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हिंदुओं को कम से कम 4 बच्चे पैदा करने की नसीहत दी है. उन्होंने हिंदुओं की घटती आबादी पर चिंता भी जताई है. शिवपुरी में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने प्रेस वार्ता में ये बातें कही. उन्होंने कहा कि शिवपुरी में हो रही यह कथा उन दुर्लभ कथाओं में से है जो पहले आओ–पहले पाओ आधार पर चल रही है. यहां कोई भी वीआईपी कल्चर नहीं है, आम श्रोता ही सर्वोच्च हैं.
'दीन-हीन और पिछड़ों को आगे लाया जाए'
श्रीमद् भागवत कथा से पहले बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने एक प्रेस वार्ता की. उन्होंने इस वार्ता को 'चाय पर चर्चा' नाम दिया. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, "हमें हिंदू राष्ट्र बनाना है. हिंदू राष्ट्र से हमारा तात्पर्य सामाजिक समरसता, भेदभाव मुक्त भारत, गाय माता को राष्ट्रमाता बनाना और सबको रहने का अधिकार है. इसके अलावा दीन-हीन और पिछड़ों को आगे लाया जाए. शिक्षा और स्वास्थ्य मुफ्त हो और देश संस्कृति युक्त हो."
'हिंदुओं को कम से कम 4 बच्चे पैदा करना चाहिए'
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हिंदुओं को 4 बच्चे पैदा करने की भी बात कही. उन्होंने कहा, "जिन राज्यों में हिंदुओं की आबादी लगातार घटती जा रही है और जो राज्य हिंदू आबादी से संपन्न हैं. दोनों जगह एक विचारधारा आनी चाहिए कि हिंदुओं को कम से कम 4 बच्चे पैदा करना चाहिए."
उन्होंने हिंदू समाज से अपील करते हुए कहा, "दो बच्चे अपने पास रखे, एक बच्चे को देश सेवा के लिए भेज दें और एक बच्चा हिंदू राष्ट्र के लिए हमें दे दें." बाबा बागेश्वर ने कहा, "कुछ पढ़े-लिखे सेकुलर हिंदू कहते हैं कि 'न बच्चा, न बच्ची, जिंदगी कटे अच्छी'. यह बेहद दुखद है, ऐसे लोग हिंदुओं के भविष्य को नहीं देख रहे हैं."
'भारत में भक्त के साथ भगत सिंह भी पैदा होंगे'
बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर ने नारी शक्ति पर कहा कि "सनातन में माता पहले आती हैं. सनातन में नारी को सर्वोच्च स्थान दिया गया है. इसलिए हम सीता राम कहते हैं, राम सीता नहीं. राधे श्याम कहते हैं, श्याम राधे नहीं. सनातन में माता को हमेशा आगे रखा गया है." भागवत कथा को लेकर कहा, "अगर उनकी भागवत कथाएं ऐसे ही जारी रहीं तो वो दिन दूर नहीं, जब भारत में भक्त के साथ भगत सिंह भी पैदा होंगे और माला धारण करने वाले भक्तों की रक्षा के लिए भगत सिंह का पैदा होना भी जरूरी है."
सरकार के भरोसे भारत का सिस्टम नहीं सुधरेगा
देश में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, "निश्चित रूप से भारत जिस गति से बढ़ रहा है, उसी गति के साथ भारत के अंदर भारत को खोखला किया जा रहा है. कहीं भ्रष्टाचार के नाम पर, कहीं रूढ़िवादिता के नाम पर, कहीं अंधविश्वास के नाम पर. इसे समाप्त करने के लिए हम जब तक सरकार या बाबाओं के भरोसे रहेंगे तब तक भारत का सिस्टम नहीं सुधरेगा. भारत के सिस्टम को सुधारने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को सरकार और प्रत्येक व्यक्ति को बाबा बनना पड़ेगा."

