भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी और दूसरे बड़े शहर को जल्द ही मेट्रो की सौगात मिलने वाली है. कमिश्नर मेट्रो रेल सेफ्टी यानी सीएमआरएस ने भोपाल मेट्रो के कमर्शियल रन के लिए हरी झंडी दे दी है. अब जल्द ही इसके संचालन की रूपरेखा तैयार की जा रही है. इसके लिए मध्य प्रदेश मेट्रो कॉर्पोरेशन के अधिकारी निरंतर बैठक कर रहे हैं. मेट्रो स्टेशन, फेयर कलेक्शन, संचालन और पार्किंग समेत अन्य व्यवस्थाओं के सुचारू रूप से संचालन के लिए रणनीति बनाई जा रही है. मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के एमडी एस कृष्णा चैतन्य ने बताया कि 21 दिसंबर से भोपाल मेट्रो का कमर्शियल रन शुरू हो जाएगा.
मैन्युअल टिकट से होगी भोपाल मेट्रो की यात्रा
भोपाल और इंदौर मेट्रो स्टेशन में ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन का काम 186 करोड़ रुपए में तुर्की की कंपनी को दिया गया था. लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को ड्रोन सप्लाई करने का मामला सामने आने के बाद मध्य प्रदेश मेट्रो कॉर्पोरेशन ने टेंडर कैंसिल करने का काम भी शुरू कर दिए थे. वहीं ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन के लिए दूसरी कंपनी की तलाश की जा रही है, जिसमें अभी समय लग सकता है. ऐसे में भोपाल में भी मेट्रो का शुभारंभ इंदौर की तरह मैन्युअल टिकट के माध्यम से किया जाएगा.
सीएमआरएस ने रोकी इनकी परमिशन
कृष्णा चैतन्य ने बताया, "कुछ अधूरे कार्यों की वजह से एम्स से सुभाष नगर के बीच 8 में से 3 मेट्रो स्टेशनों के एक-एक एंट्री और एग्जिट की परमिशन नहीं मिली है. इनमें डीआरएम, अलकापुरी और एम्स मेट्रो स्टेशन शामिल हैं. इन तीनों मेट्रो स्टेशनों पर चढ़ने और उतरने के लिए एक ही एंट्री और एग्जिट का इस्तेमाल किया जाएगा. हालांकि मेट्रो स्टेशन के दूसरे एंट्री-एग्जिट को इमरजेंसी के दौरान इस्तेमाल किया जा सकेगा." कृष्णा चैतन्य ने बताया "यदि भविष्य में इन स्टेशनों के दूसरे एंट्री और एग्जिट को चालू किया जाएगा, तो इससे पहले सीएमआरएस से परमिशन ली जाएगी."
ऑपरेशनल रेडीनेस सीएमआरएस की एनओसी मिली
कृष्णा चैतन्य ने बताया कि सीएमआरएस ने भोपाल मेट्रो के ऑपरेशनल रेडीनेस सीएमआरएस की एनओसी मिल गई है. सुभाष नगर डिपो से एम्स साकेत नगर तक करीब 6.2 किलोमीटर के प्रायोरिटी कॉरिडोर पर मेट्रो का संचालन किया जाएगा." हालांकि सोमवार को मुख्यमंत्री ने भोपाल मेट्रो का शुभारंभ करने का ऐलान खजुराहो से कर किया है. उन्होंने बताया कि 21 दिसंबर को मेट्रो के साथ अनेक परियोजनाओं का उद्घाटन होगा. ये परियोजनाएं औद्योगिक विकास, सिंचाई, बिजली और पर्यटन को नई दिशा देंगी
राज्य सरकार की दूसरी वर्षगांठ पर तोहफा
इंदौर में मेट्रो संचालन को 5 महीने से अधिक का समय हो चुका है. वहां किराया 20 रुपए है. पहले माना जा रहा था कि भोपाल में भी 20 रुपए ही किराया रखा जाएगा, लेकिन इंदौर में लोगों को मेट्रो का सफर ज्यादा नहीं भाया. इस अनुभव को देखते हुए भोपाल में शुरुआत में 10 रुपए किराया किया जा सकता है. इसी के साथ महिलाएं, स्टूडेंट्स और सीनियर सिटीजन के लिए अलग-अलग स्कीम पर भी मंथन किया जा रहा है."

