लोकसभा स्पीकर का चुनाव बीजेपी सांसद ओम बिरला और कांग्रेस सांसद के सुरेश के बीच होना तय होने के बाद अब उसको लेकर रणनीति बनाने की भी शुरुआत हो गई है. खबर है कि इंडिया गठबंधन के फ्लोर लीडर की बैठक आज रात 8 बजे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर होगी. बैठक में कल यानी बुधवार को होने वाले स्पीकर के चुनाव Lok Sabha Speaker election के लिए रणनीति पर चर्चा होने के साथ ही, उपाध्यक्ष पद के लिए भी कैसी तैयारी करनी है इसपर बात होगी.
स्पीकर के लिए चुनाव होना तय होने के साथ ही ये आरोप प्रत्यारोप भी लगने लगे कि सर्वसम्मति से स्पीकर का चुनाव न कर इंडिया गठबंधन ने परंपरा तोड़ी है. हलांकि दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन का आरोप है कि डिप्टी स्पीकर पद विपक्ष को न देकर बीजेपी हमेशा से संसदीय परंपरा तोड़ती आई है.
Lok Sabha Speaker election, बीजेपी ने तोड़ी परंपरा- जयराम रमेश
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एकेस पर पोस्ट लिख बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वो डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को नहीं देकर संसदीय परंपराओं को तोड़ती आई है. जयराम रमेश ने लिखा, “संसदीय लोकतंत्र इस भरोसे पर चलता है कि सत्तारूढ़ दल क्या कहता है, और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि वह जो करता है उसमें कितना विश्वास झलकता है. नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री को 17वीं लोकसभा (2019-2024) बिना डिप्टी स्पीकर के चलाने को मिला। ऐसा होना अभूतपूर्व था. 16वीं लोकसभा (2014-2019) में उन्होंने यह पद अपने एक गुप्त सहयोगी को दे दिया था. उससे पहले के वर्षो में, डॉ. मनमोहन सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी और पीवी नरसिम्हा राव के शासनकाल के दौरान डिप्टी स्पीकर एक विपक्षी सांसद हुआ करते थे. INDIA जनबंधन का ऑफर बहुत ही सीधा और सरल था. यह स्पीकर के लिए भाजपा उम्मीदवार का समर्थन करेगा लेकिन डिप्टी स्पीकर INDIA जनबंधन का होना चाहिए. संसदीय परंपराओं को ध्यान में रखते हुए यह पूरी तरह से वैध प्रस्ताव था। इसके जवाब में सत्तारूढ़ दल ने कहा कि ‘अभी हमें स्पीकर के लिए समर्थन दीजिए और हम बाद में डिप्टी स्पीकर पर चर्चा करेंगे.’ यह नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए अस्वीकार्य था. तथास्तु!”
संसदीय लोकतंत्र इस भरोसे पर चलता है कि सत्तारूढ़ दल क्या कहता है, और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि वह जो करता है उसमें कितना विश्वास झलकता है।
नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री को 17वीं लोकसभा (2019-2024) बिना डिप्टी स्पीकर के चलाने को मिला। ऐसा होना अभूतपूर्व था। 16वीं लोकसभा…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) June 25, 2024
यह संसदीय परंपराओं के खिलाफ है- प्रल्हाद जोशी
केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा, “आज हमें स्पीकर पद के लिए प्रस्ताव लाना था. राजनाथ सिंह और अमित शाह ने विपक्ष के नेताओं से बात की, लेकिन उन्होंने एक शर्त रखी कि स्पीकर के लिए हमारे उम्मीदवार का समर्थन किया जाए. जब उन्होंने डिप्टी स्पीकर पद का मुद्दा उठाया, तो राजनाथ सिंह ने कहा कि जब डिप्टी स्पीकर का फैसला हो जाएगा, तब वे फिर से चर्चा करेंगे. वे (विपक्ष) हमारे खिलाफ चुनाव लड़ने जा रहे हैं, हालांकि हमारे पास संख्या है, लेकिन यह संसदीय परंपराओं के खिलाफ है… मैं विपक्ष के नेताओं से अनुरोध करता हूं कि वे अपने फैसले पर पुनर्विचार करें और सर्वसम्मति से स्पीकर चुनने के लिए समर्थन दें.”
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा, “आज हमें स्पीकर पद के लिए प्रस्ताव लाना था। राजनाथ सिंह और अमित शाह ने विपक्ष के नेताओं से बात की, लेकिन उन्होंने एक शर्त रखी कि स्पीकर के लिए हमारे उम्मीदवार का समर्थन किया जाए। जब उन्होंने डिप्टी स्पीकर पद का मुद्दा उठाया,… pic.twitter.com/EoiiZQ0udz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 25, 2024
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