लोजपा (रामविलास) के सुप्रीमों चिराग पासवान के करीबी ने छोड़ी पार्टी. चिराग पर लगाया धोखा देने का आरोप. लोजपा (रामविलास) राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद अरुण कुमार ने पार्टी से इस्तीफा देने का एलान कर दिया है. वह जहानाबाद से Lok Sabha Poll 2024 पार्टी टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं. बताया जा रहा है कि अरुण कुमार नवादा या जहानाबाद से एनडीए प्रत्याशी के तौर पर सीट चाहते थे. लेकिन सीट शेयरिंग में नवादा बीजेपी के पास चली गई तो जहानाबाद जदयू को मिल गई.
हम लोग माला जपने वाले साधु नहीं हैं
पूर्व सांसद अरुण कुमार ने चिराग पासवान की पार्टी छोड़ने पर कहा कि-“ हमलोग हिमालय पर्वत पर माला जपने वाले साधु नहीं है. हमने तो जन सुविधाओं के लिए अपनी ताकत को बढ़ा करके जनता को ताकत देने के लिए 40 वर्षों से राजनीति कर रहे हैं.” अरुण कुमार ने कहा कि, “चिराग पासवान की पार्टी से मैंने इन्हीं सब वजह से खुद को उनसे अलग कर लिया है.”
लोजपा (रामविलास) राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद अरुण कुमार ने पार्टी से इस्तीफा देने का एलान कर दिया है. वह जहानाबाद से Lok Sabha Poll 2024 पार्टी टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं. #LokSabhaElection2024 #Bihar #BiharPolitics #BiharNews #ChiragPaswan #arunkumar #NDAalliance pic.twitter.com/5aEBeRa3cC
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) March 28, 2024
कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर करेंगे फैसला
टिकट नहीं मिलने से नाराज़ पूर्व सांसद अरुण कुमार ने कहा कि चिराग पासवान ने उन्हें धोखा दिया है. उन्होंने कहा “जनता सब देख रही है और जो स्थिति बन रही है उस स्थिति में पार्टी में रहना सही नहीं है. मैं अपने कार्यकर्ताओं से मुलाकात करूंगा और कार्यकर्ताओं के निर्णय के बाद जल्द ही कोई फैसला लूंगा.”
चिराग ने किया था जहानाबाद या नवादा से उम्मीदवार बनाने का वादा
चिराग पासवान पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए अरुण कुमार ने कहा कि “मेरे दोस्त और मुझे जानने वाले लगातार यह कहते रहे कि एक न एक दिन उन्हें चिराग से धोखा ही मिलेगा लेकिन मैंने किसी की बात नहीं मानी. उनके चाचा पशुपति पारस ने उन्हें धोखा दिया उस समय भी मैं उनके साथ खड़ा रहा लेकिन अंततः चिराग ने वही किया जिस बात से लोग मुझे आगाह कर रहे थे। अरुण कुमार ने कहा कि चिराग ने मुझे आश्वस्त किया था कि वह मुझे नवादा या जहानाबाद से उम्मीदवार बनायेंगे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. इससे पहले यह भी कहते रहे कि मैं नीतीश कुमार के साथ नहीं जाऊंगा लेकिन अंतत क्या हुआ, वह अपनी बात से पलट गये। चिराग ने मुझे धोखा दिया है. अरुण कुमार ने कहा कि अपने 40 साल के राजनीतिक जीवन में मुझे इससे बड़ा धोखा नहीं मिला था जो चिराग ने मुझे अब दिया है.”
अगड़ी जाति भूमिहार वर्ग के कद्दावर नेता हैं अरुण कुमार
आपको बता दें, अरूण कुमार का नाम चिराग पासवान के बेहद करीबी नेताओं में आता है. वह पार्टी के सभी बड़े कार्यक्रमों से लेकर चिंतन और रणनीति बनाने तक की बैठकों में सक्रियता नज़र आते थे. वह पार्टी और बिहार के अगड़ी जाति भूमिहार वर्ग के कद्दावर नेता हैं.
क्या जहानाबाद से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे अरुण कुमार
चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी छोड़ने के बाद देखना होगा कि अरूण कुमार लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव क्या बतौर निर्दलीय अपना नामांकन करेंगे या फिर इंडिया गठबंधन में शामिल हो चिराग के धोखे का बदला लेंगे.
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