सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण एक खगोलीय घटना है, लेकिन धार्मिक और ज्योतिषी दृष्टिकोण से ये घटनाएं अशुभ संकेत देती हैं. इस साल ऐसा संयोग बना कि 15 दिनों के अंदर ही दो ग्रहण लग रहे हैं. 25 अक्टूबर को दिवाली के दिन सूर्य ग्रहण लगा था. आज 8 नवंबर 2022 को देव दिवाली के दिन चंद्र ग्रहण लग रहा है. आज साल का दूसरा और आखरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. आज ही देव दिवाली भी है. 08 नवंबर को कार्तिक महीने की पूर्णिमा तिथि है. हिंदू पंचांग के मुताबिक, कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है. ज्योतिषज्ञाताओं के मुताबिक, देव दिवाली के दिन चंद्र ग्रहण लगने से इसका महत्व कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है. ऐसे में चंद्र ग्रहण के दौरान कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए. आइए जानते हैं वो तमाम क्रियाएं जो चंद्र ग्रहण के दौरान नहीं करनी चाहिए .
चंद्र ग्रहण के दौरान नहीं करना ये काम –
चंद्र ग्रहण के दौरान भोजन बनाना और खाना दोनों ही वर्जित है माना जाता है .
चंद्र ग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार की पूजा अर्चना नहीं करनी चाहिए. यहाँ तक कि अगर आपके घर में मंदिर हो तो उसे भी परदे से ढँक दें.
चंद्र ग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए. जितनी देर ग्रहण लगे उतनी देर भगवान के नाम का जाप करें.
खासतौर पर गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. इसके साथ साथ चाकू या कैंची जैसी चीज़ों का भी इस्तेमाल वर्जित है.
ये तो रहे वो काम जो नहीं करने हैं लेकिन अब बारी आते हैं उन कामों की जो ग्रेहेन के वक्त लड़ने चाहिए .
मान्यताओं के मुताबिक चंद्र ग्रहण शुरु होने से पहले खाने-पीने की सभी चीजों में तुलसी के पत्ते जरूर डालें. ताकि वो ख़राब न हो और उनपर ग्रहण का प्रभाव ना पड़े .
ग्रहण समाप्त होने के बाद ही घर की साफ-सफाई करें.
चंद्र ग्रहण के बाद स्नान करें और पूरे घर में गंगा जल का छिड़काव करें.
जब ग्रहण समाप्त हो जाए तो जरूरतमंदों को अन्न का दान अवश्य करें.
इस चंद्र ग्रेहेन का असर पूरे भारत में देखने को मिलेगा. भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में चंद्रग्रहण पूर्ण लगेगा. जबकि दूसरी जगहों पर कुछ हदतक इसका असर रहेगा . चंद्रग्रहण का सूतक काल आज दोपहर 1 बजकर 32 मिनट से शुरू होगा, जो शाम 7 बजकर 27 मिनट पर समाप्त होगा. चंद्र ग्रहण 8 नवंबर की शाम 5 बजकर 29 मिनट पर शुरू होगा, जो शाम 06 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगा. ये भी बता दें कि चंद्रग्रहण का सूतक 9 घंटे पहले शुरू होता है. यानि चंद्रग्रहण का सूतक का आरम्भ सुबह 8 बजकर 10 मिनट से हो चूका है.