Lalu Yadav campaigned in Saran: बुधवार को पहली बार राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमों और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद अपनी बेटी रोहिणी आचार्य के लिए कैंपेन करने उतरे. रोहिणी आचार्य सारण सीट से चुनाव लड़ रही हैं. ये पहला मौका था जब 2024 के लोकसभा चुनाव अभियान में लालू यादव शामिल हुए. लालू प्रसाद यादव ने अब तक राजद या महागठबंधन गठबंधन के किसी भी उम्मीदवार के लिए प्रचार नहीं किया था.
सारण में दो-तीन दिन तक रहेंगे लालू यादव और रबड़ी देवी
लेकिन बुधवार को लालू यादव अपनी पत्नी और पूर्व सीएम राबड़ी देवी के साथ सारण पहुंचे, जहां उनके दो-तीन दिनों तक कैंप करने की उम्मीद है.
Lalu Yadav campaigned in Saran, सारण में पहली जनसभा को संबोधित करते हुए राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा, “सारण की जनता ने मुझे राजनीति में पैर रखने को मौका दिया, इसलिए उनके प्रति मेरा विशेष स्नेह है. सारण की जनता का कर्ज मैं कभी नहीं चुका पाऊंगा. लोग मुझसे कहते थे कि आप अपने परिवार से (सारण से) उम्मीदवार दीजिए और एक बैठक के बाद उन्होंने मुझसे रोहिणी आचार्य को उम्मीदवार के रूप में चुनने के लिए कहा, मैंने स्वीकार कर लिया और उन्हें सारण से राजद का उम्मीदवार बना दिया.”
#WATCH छपरा, सारण (बिहार): राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा, “सारण की जनता ने मुझे राजनीति में पैर रखने को मौका दिया, इसलिए उनके प्रति मेरा विशेष स्नेह है। सारण की जनता का कर्ज मैं कभी नहीं चुका पाऊंगा। लोग मुझसे कहते थे कि आप अपने परिवार से (सारण से) उम्मीदवार दीजिए और एक… pic.twitter.com/HBojivlmMY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 17, 2024
बीजेपी और जेडीयू ने लालू यादव के प्रचार में नहीं शामिल होने पर उठाए थे सवाल
इससे पहले, कई भाजपा और जनता दल-यूनाइटेड के नेताओं ने लालू प्रसाद यादव के अपनी पार्टी के चुनावी अभियान में हिस्सा नहीं लेने को लेकर सवाल उठाए थे और आलोचना भी की थी. जिस पर रोहिणी आचार्य ने जवाब देते हुए कहा था कि सत्तारूढ़ गठबंधन को पहले उनके (लालू यादव) के बच्चों से निपटना चाहिए, जो इसके उन्हें चुनौती देने के लिए पर्याप्त है.
लेकिन अब जब लालू प्रसाद यादव खुद अभियान का हिस्सा बन गए है तो ऐसा माना जा रहा है कि उनके परिवार का गढ़ रहे सारण में मुकाबला दिलचस्प होगा.
आपको बता दें, सारण में लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य का सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा सांसद राजीव प्रताप रूडी से है.
रबड़ी देवी को सारण में करना पड़ा था हार का सामना
वैसे अगर बात सारण के इतिहास की करें तो, राजद प्रमुख लालू यादव खुद इस सीट से पहले 1977 में, और फिर 1989, 2004 और 2009 में जीत हासिल कर चुकें हैं. लेकिन इसके बाद जब 2014 में उनकी पत्नी ने सारण से चुनाव लड़ा तो वो असफल रहीं. इसी तरह 2019 में लालू प्रसाद यादव के समधी उनकी बहू के पिता चंद्रिका राय भी बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी से हार गए थे.
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