सारण सीट से लोकसभा चुनाव का टिकट मिलने के बाद सोमवार को रोहिणी आचार्य पिता लालू यादव और माता राबड़ी देवी के साथ सोनपुर के बाबा हरिहरनाथ के मंदिर पहुंची. लालू परिवार के स्वागत के लिए यहां आरजेडी कार्यकर्ताओं का हुजूम लगा था.
सारण सीट से लोकसभा चुनाव का टिकट मिलने के बाद सोमवार को रोहिणी आचार्य, लालू यादव और राबड़ी देवी के साथ सोनपूर के बाबा हरिहरनाथ के मंदिर पहुंची. लालू परिवार के स्वागत के लिए यहां RJD कार्यकर्ताओं का हुजूम लगा था.
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बाबा से मांगा सारण लोससभा सीट से जीत का आशीर्वाद
ऐसा कहा जा रहा है कि मंगलवार से रोहिणी आचार्य सारण में अपना प्रचार अभियान शुरु करेंगे. इसलिए वो सोमवार को सोनपुर के बाबा हरिहरनाथ मंदिर पहुंची ताकि भगवान से अपनी जीत का आशीर्वाद ले सकें. साथ ही उन्होंने बिहार की लोगों की खुशहाली की कामना भी की.
मंगलवार से रोहिणी आचार्य सारण में अपना प्रचार अभियान शुरु करेंगे. इसलिए वो सोमवार को सोनपूर के बाबा हरिहरनाथ मंदिर पहुंची ताकि भगवान से अपनी जीत का आशीर्वाद ले सकें. साथ ही उन्होंने बिहार की लोगों की खुशहाली की कामना भी की. #Bihar, #BiharPolitics, #BiharNews pic.twitter.com/9hE8AjcIH4
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Lalu Family at Sonpur Baba Hariharnath Temple
सोनपुर के बाबा हरिहरनाथ मंदिर को लेकर लालू परिवार की बड़ी आस्था है. पहले भी लालू यादव अपने परिवार के साथ इस मंदिर में आते रहे हैं. सोमवार को सारण लोकसभा क्षेत्र के विभिन्न चौक चौराहे पर आरजेडी समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने लालू परिवार और रोहिणी आचार्य जमकर स्वागत किया.
बाबा हरिहरनाथ मंदिर को लेकर लालू परिवार की बड़ी आस्था है. पहले भी लालू यादव अपने परिवार के साथ यहां आते रहे हैं. सारण लोकसभा क्षेत्र के विभिन्न चौक चौराहे पर आरजेडी समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने लालू परिवार और रोहिणी आचार्य जमकर स्वागत किया. #Bihar, #BiharPolitics, #BiharNews pic.twitter.com/lvg7HqcQjA
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बीजेपी के राजीव प्रताप रूड़ी की सीट है सारण
सारण लोकसभा सीट परिसीमन के बाद 2008 में अस्तित्व में आई. इससे पहले ये छपरा सीट का हिस्सा थी. 2009 में यहां से आरजेडी सुप्रीमों लालू यादव चुनाव जीते थे. लेकिन 2014 में राबड़ी देवी और 2019 में चंद्रिका राय बीजेपी के राजीव प्रसाद रूड़ी से चुनाव हर गए थे. हलांकि रोहिणी के पिता लालू यादव को किडनी दान करने से लोगों के दिलों में उनके लिए काफी सम्मान और प्यार का भव है. ऐसे में सारण से अगर वो मेहनत करें तो उनकी जीत संभव है.