मुंबई
रिपोर्टर -दीपेश
कोविड प्रोटकॉल के कारण पिछले दो सालों की रुकावट के बाद इस साल महाराष्ट्र में गणपति महोत्सव की धूम है. भक्तजन बढ़ चढ़ कर महोत्सव का हिस्सा बन रहे हैं. यूं तो गणपति महाराष्ट्र और पूरी मुंबई के हर कोने में जोरदार तरीके से मनाई जाती है लेकिन लालबाग के गणपति की ठाठ का मुकाबला कहीं और नहीं है. इस साल भी लालबाग के पंडाल में भक्तों को तांता लगा हुआ है और भक्त अपनी पूरी श्रद्धा और आस्था से भक्ति के साथ साथ चढ़ावा भी चढ़ा रहे हैं .लाल बाग के राजा गणेश उत्सव मंडल में भक्तों की लंबी कतारें लग रही है, साथ ही जारी है भक्तों की ओर से भगवान को दान स्वरूप नगदी और आभूषणों का चढ़ावा. लालबाग मंडल की ओर से दान और चढ़ावे की गिनती करने और उसका मूल्यांकन करने के लिए एक टीम बनाई गई है जो लगातार चढ़ावे में आई नगदी की गिनती कर रहे हैं और जो सोने चांदी के आभूषण बप्पा को अर्पण किए जा रहे हैं उनका भी मूल्यांकन कर रही है. शुरुआत के 5 दिनों में भक्तों की ओर से करीब ₹25 करोड़ नगद और करीब 2.5 किलो सोने के आभूषण के साथ ही 29 किलो से अधिक के चांदी के जेवरात का चढ़ावा गणपति बप्पा को चढ़ाया जा चुका है.. और ये सिलसिला जारी है. इस साल महोत्सव 9 सितंबर तक चलेगा. हर साल की तरह इस साल भी अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा की सवारी विसर्जन के लिए निकाली जायेगी.