Saturday, November 9, 2024

KK Pathak ने स्कूल प्राचार्य से पूछा सवाल-29 में से 11 गए तो कितने बचे? शिक्षिका नहीं दे पाई जवाब

Hajipur: बिहार सरकार के प्रमुख सचिव KK Pathak इन दिनों पूरे फार्म में हैं.आये दिन कुछ ना कुछ ऐसा कर रहे हैं जिससे बिहार के शिक्षा विभाग और शिक्षकों की कार्यशैली का खुलासा हो रहा है. ताजा मामला हाजीपुर से सामने आया है जिसे देखकर खुद KK Pathak हैरान रह गये. हाजीपुर में प्रमुख सचिव KK Pathak के औचक निरीक्षण के दौरान शिक्षा विभाग का ऐसा चेहरा सामने आ गये जिससे शिक्षा व्यवस्था की पोल  खुल गई. KK पाठक ने मौके पर ही शिक्षिका की योग्यता नाम ली और शिक्षक इसमें फेल होती नजर आई.  ये पहला मौका नहीं था बल्कि  पहले भी कई मौके आए जब शिक्षक मामूली सवालों को जवाब देने में भी फिसड्ड़ी साबित हुए हैं.

KK Pathak ने प्रभारी प्राचार्य की लगाई क्लास

बिहार में शिक्षा को लेकर मीडिया में इस तरह की खबरें अक्सर देखने को मिल जाती हैं. ताजा मामला वैशाली से उस वक्त सामने आया जब शिक्षा विभाग के एसीएस स्कूलों का निरीक्षण करने पहुंचे थे, उन्होंने स्कूल में ही प्रभारी प्राचार्या की क्लास लगा दी.

K.K. Pathak
                      K.K. Pathak

वैशाली के स्कूल में क्या हुआ ?

दरअसल शुक्रवार को प्रमुख सचिव के के पाठक वैशाली जिले के भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र में स्कूलों के निरीक्षण के लिए पहुंचे थे. निरीक्षण के दौरान जब पाठक राजकीय आदर्श मध्य विद्यालय सराय और राजकीय आदर्श उच्च विद्यालय में पहुंचे थे तो उनके स्कूल पहुंचते ही वहां मौजूद शिक्षकों मे हडकंप मच गया. उन्होंने दोनों स्कूलों का करीब 20 मिनट तक औचक निरीक्षण किया.

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KK Pathak ने स्कूल प्राचार्य से पूछा सवाल

KK Pathak जब हाई स्कूल के अंदर पहुंचे तो देखा कि स्कूल में शिक्षकों की संख्या काफी कम थी. शिक्षकों की  कम संख्या देखकर पाठक ने  स्कूल की प्रभारी प्राचार्या रौशन आरा से सवाल पूछा कि शिक्षकों की संख्या कम क्यों हैं. तो प्राचार्य शिक्षिका इसका जवाब नहीं दे सकी. इसके बाद पाठक ने शिक्षिका से पूछा की स्कूल में शिक्षकों की संख्या कितनी है, तब शिक्षिका ने कहा कि स्कूल में कुल 29 शिक्षक है. इसपर KK Pathak ने शिक्षिका से पूछ लिया कि 29 में से 11 गए तो कितने बचे?

KK Pathak ने दो बार सवाल किया लेकिन शिक्षिका ने हर बार गलत जवाब दिया. प्रभारी प्राचार्य के ज्ञान को देखकर केके पाठक दंग रह गए. जिसके बाद केके पाठक भड़क गए और पास खड़े अधिकारी से शिक्षिका का नाम नोट करने का निर्देश दे दिया. इस दौरान वहां मौजूद अन्य शिक्षक काफी डरे सहमे नजर आए. केके पाठक के इस एक्शन से वहां मौजूद शिक्षकों में हड़कंप मच गया. शिक्षकों को डर था कि कहीं केके पाठक उनसे कोई सवाल न पूछ लें.

स्कूल की हालत देख भड़के मुख्य सचिव

K.K. Pathak जब हाई स्कूल के अंदर पहुंचे तो देखा कि स्कूल में शिक्षकों की संख्या काफी कम थी. शिक्षकों की  कम संख्या देखकर पाठक ने  स्कूल की प्रभारी प्राचार्या रौशन आरा से सवाल पूछा कि शिक्षकों की संख्या कम क्यों हैं. तो प्राचार्य शिक्षिका इसका जवाब नहीं दे सकी. इसके बाद पाठक ने शिक्षिका से पूछा की स्कूल में शिक्षकों की संख्या कितनी है, तब शिक्षिका ने कहा कि स्कूल में कुल 29 शिक्षक है. इसपर K.K. पाठक ने शिक्षिका से पूछ लिया कि 29 में से 11 गए तो कितने बचे?

साधारण सवाल का जवाब नहीं दे पाई प्रभारी प्राचार्य

K.K. Pathak ने दो बार सवाल किया लेकिन शिक्षिका ने हर बार गलत जवाब दिया. प्रभारी प्राचार्य के ज्ञान को देखकर केके पाठक दंग रह गए. जिसके बाद केके पाठक भड़क गए और पास खड़े अधिकारी से शिक्षिका का नाम नोट करने का निर्देश दे दिया. इस दौरान वहां मौजूद अन्य शिक्षक काफी डरे सहमे नजर आए. केके पाठक के इस एक्शन से वहां मौजूद शिक्षकों में हड़कंप मच गया. शिक्षकों को डर था कि कहीं केके पाठक उनसे कोई सवाल न पूछ लें.

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