पटना : इस्तीफे की खबरों के बीच बिहार सरकार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक K K Pathak काम पर वापस लौट आये हैं. के के पाठक 11 दिन की छुट्टी के बाद अपने काम पर वापस लौटे हैं. वापस लौटते ही उन्होंने अपने ACS का पदभार संभाल लिया और काम शुरु कर दिया है.
K K Pathak के छुट्टी पर जाते ही फैली थी इस्तीफे की खबर
दरअसल जब के के पाठक छुट्टी पर गये थे, इसके बाद से लगातार ये खबर चर्चा में थी कि उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया है. इस खबर का आधार उनका वो सरकारी फॉर्म था, जिसे बिहार में हर IAS अफसर के छुट्टी पर जाने से पहले भरना होता है. इस फॉर्म में अपना त्यागपत्र देकर उस समय अवधि के लिए प्रभार किसी और को दिया जाता है. के के पाठक ने भी वहीं फ़ॉर्म भरा था, जिसके बाद से लगातार ये चर्चा सुर्खियों में थी कि के के पाठक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.के के पाठक के छुट्टी में जाने के बाद उनके विभाग का पदभार उनके ही समकक्ष अधिकारी वैद्यनाथ यादव को दे दिया गया था.
K K Pathak की गैर मौजूदगी में 1 लाख शिक्षकों को मिला नियुक्तिपत्र
आपको बता दें कि के के पाठक बिहार सरकार के शिक्षा विभाग में वरिष्ठ आएएस अधिकारी के तौर पर अपर मुख्य सचिव के पद पर तैनात हैं. के के पाठक के छुट्टी पर जाने के बाद ही सरकार ने एक बड़ा कार्यक्रम किया जिसमें राज्य के एक लाख शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया. नियुक्ति पत्र बांटने के लिए पटना के गांधी मैदान में बड़ा कार्यक्रम हुआ जिसमें नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव शामिल हुए. वहीं राज्य के अलग अलग इलाकों में मंत्रियों ने नियुक्ति पत्र बांटा. बताया गया कि के के पाठक के छुट्टी से ना लौटने के कारण शिक्षकों की नियुक्ति का काम रुका हुआ था, जिस बाद में काम किया गया.
एसीएस के के पाठक 8 जनवरी से थे अवकाश पर
आपको बता दें कि बिहार सरकार में पिछले कुछ महीनों में अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए कई स्तर पर कड़े कदम उठाये हैं. अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत सैंकड़ों शिक्षकों की सैलरी रोकी गई, सैंकड़ों शिक्षकों और प्रधानाचार्यो पर कार्रवाई की गई. इस दौरान के के पाठक के खिलाफ बड़ी संख्या में लोगों का विरोध दिखाई दिया. इस बीच के के पाठक के छुट्टी पर चले जाने के बाद उनके इस्तीफे की खबरे शुरु हो गई. के के पाठक ने 8 जनवरी से खराब स्वास्थ्य के कारण 14 जनवरी तक के अर्नड लीव पर चले गये थे, फिर उन्होंने अपनी छुट्टी 16 जनवरी तक बढ़ाई . 16 जनवरी को उन्हें काम पर वापस लौटना था, लेकिन 17 जनवरी को गुरु गोविंद सिंह जयंती पर सार्वजनिक अवकाश के कारण नहीं लौटे. उम्मीद थी कि 18 जनवरी को पाठक अपने काम पर लौट जायेंगे लेकिन उस दिन ये खबर बाहर आई कि उन्होने 31 जनवरी तक अपनी छुट्टी आगे बढ़ाने के लिए विभाग में आवेदन दिया है.
बार बार छुट्टी बढ़ाये जाने की खबर के बाद ये कयास लगने लगे कि पाठक नाराज हैं और अब फिर से काम पर नहीं लौटेंगे .सूत्रो के हवाले से ये भी जानकारी सामने आई कि नये ACS की तलाश शुरु हो गई है. बाद में नीतीश सरकार के वरिष्ठ मंत्री अशोक चौधरी ने इस्तीफे की खबरों को विराम लगाते हुए कह दिया कि के के पाठक काम कर रहे हैं और वापस लौटकर काम करेंगे. अशोक चौधरी ने कहा कि के के पाठक नीतीश कुमार के विजन के अनुरुप ही काम कर रहे हैं.