Saturday, July 27, 2024

J&K Reasi combing operation : रियाशी में तीर्थयात्रियों की बस पर हमला करने वालों की तलाश में सेना-सीआरपीएफ ने झोंकी ताकत, उपरी पहाड़ी इलाकों तक में चल रही है सर्चिंग

J&K Reasi combing operation : जम्मू-कश्मीर  के रियासी में तीर्थ यात्रियो की बस पर आंतकी हमला करने वालों की तलाश के सेना ने कार्रवाई तेज कर दी है.  सेना और सीआरपीएफ के जवानों को घेराबंदी सख्त करने के आदेश दिये गये  हैं. आतंकियों की तलाश में जंगलो को छाना जा रहा है. सेना और सीआरपीएफ के जवान जंगलों  और तमाम आस पास के इलाकों में हमलावर आतंकियों को उन्हें  ढूंढ रहे हैं.

J&K Reasi combing operation : 9 जून को आतंकियों ने किया था तीर्थयात्रियों की बस पर हमला  

प्रधानमंत्री  मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के बीच विध्न पैदा करने के मंसूबों के बीच रियाशी में आतंकियों ने तीर्थ यात्रियों से भरी बस पर ताबड़तोड़ फायरिंग करके दहशत फैलाने की कोशिश की थी. इस घटना में बच्चों समेत 9 तीर्थ यात्रियों की मौत हो गई थी. बस कटरा में श्री वैष्णोदेवी बैस कैंप से शिवखोड़ी जा रही थी.इस घटना में  30 तीर्थयात्री घायल हो गये , जिनका अभी भी इलाज चल रहा है.  आतंकी हमले में बस के ड्राइवर और कंडक्टर दोनों की मौत हो गई.हमले में बाल बाल बचे यात्रियों ने बताया कि तब फायरिंग के बाद बस अनियंत्रित होकर खाई मे गिर गई  और  घायल मदद के लिए चिल्ला रहे थे, तब भी आतंकी उनपर गोलियां बरसते रहे.  इस नृशंस घटना पर केंद्र ने संज्ञान लेते हुए तत्काल इसके खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिया थे. खुद प्रधानमंत्री ने उप राज्यपाल से बात की थी. हमले के बाद ही गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि आतंकियों को किसी भी हाल मे छोड़ा नहीं जायेगा.

 मिशन मोड में दिन रात काम कर रही है सेना और सीआरपीएफ की टीम

अब सेना और सीआरपीएफ ने आतंकियो को ढ़ूढ़ने के अभियान को तेज किया है. ड्रोन्स के जरिये घटना स्थल के आस पास के जंगलों और उंची पहाड़ियों तक पर सर्चिंग आपरेशन जारी है. सीआरपीएफ की 11 टीमें पहाड़ी इलाकों मे सर्च कर रही है, वहीं आतंकियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिए मिशन मोड में सर्चिंग आपरेशन जारी है. जानकारी के मुताबिक बस पर हमले के बाद सभी आतंकी जंगल की ओर भागे थे. अब जंगल मे सर्च के लिए कमाडोज और ड्रोन्स उतारे गये हैं.

रियासी टेरर अटैक की NIA कर रही है जांच  

9 जून को घटना के बाद पुलिस , सेना और सीआरपीएफ का एक ज्वाइंट अस्थाई आपरेशन हेडक्वाटर बनाया गया है. जानकारी के मुताबिक इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ ली ने  है.TRF को भारत सरकार ने पिछले साल आतंकी संगठन घोषित किया था. बताया जा है कि कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद 2019 में  कुछ चरमपथियों ने इस गुट का गठन किया था. ये संगठन कई आतंकी घटनाओं में शामिल रहा है. बताया जा रहा है कि यो संगठन पिछले दिनों पूंछ में हुए आंतकी हमले में भी शामिल था . ये गुट हालांकि पिछले 10 साल से पीर पंजाल मे सक्रिय है लेकिन 2019 के बाद इनके गुट ने कई घटनाओं को अंजाम दिया है.अब इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA कर रही है.

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