Saturday, July 27, 2024

झारखंड के साहिबगंज में NDRF की कंपनी स्थापित करने की मांग

साहिबगंज

झारखंड का एक मात्र जिला साहिबगंज जहां से होकर गंगा नदी गुजरती हैं, इन दिनों बाढ़ की चपेट में है.गंगा नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण शहर के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति है,जैसे महादेवगंज,खासमहल और शहर के निचले इलाकों में पानी भर जाने के कारण पूरे इलाके में जीवन अस्त-व्यस्त है. हाल ही में बाढ़ के बीच नदी में नहाने गये तीन युवकों की पानी में डूबने के कारण मौत हो गई .बाढ़ से बिगड़े हालात को देखते हुए राजमहल के विधायक अनंत ओझा ने आपदा विभाग से मांग की है कि साहेबगंज शहर में एनडीआरएफ की एक कम्पनी तैनात की जाये. इस संबंध में  स्थानीय विधायक ने झारखंड  के आपदा विभाग को पत्र लिखकर  अविलंब NDRF की टीम तैनात करने की मांग की है.स्थानीय बीजेपी विधायक अनंत ओझा ने सोरेन सरकार पर आरोप लगाया है कि पिछले साल से लगातार मांगों के बावजूद शहर को आपदा प्रबंधन के लिए मदद नहीं मिली है. इसी का नतीजा है कि गंगा नदी में डूबे युवकों को समय पर बचाया नहीं जा सका.

झारखंड का एकमात्र ज़िला जहाँ से माँ गंगा का अविरल प्रवाह है,दर्जनों लोग हर साल बाढ़ के कारण असमय काल के गाल मे समा जाते हैं. प्राकृतिक आपदा से गुजर रहे बाढ़ग्रस्त शहर की मदद के लिए स्थानीय विधायक अनंत ओझा ने एनडीआरएफ की एक कंपनी जल्द स्थापित करने की मांग की है. स्थानीय विधायक ने राज्य सरकार को वर्तमान स्थानीय परिस्थिति से अवगत कराते लिखा है कि ‘गंगा के कछार क्षेत्र में विगत 4-5 दिनों में बाढ़ से जानमाल की क्षति हुई है, जिसमें पाँच लोगों की आकस्मिक रूप से गंगा नदी में डूबने से मृत्यु हो चुकी है, जबकि इस प्राकृतिक आपदा से विगत तीन वर्षों में दर्जनों लोग काल कल्वित हो चुके हैं और  लगातार इस प्रकार की घटनाओं की आशंका बनी रहती है. उन्होंने स्थानीय विधायक अनंत ओझा ने NDRF टीम की जरुरत पर बल देते हुए पत्र में लिख है कि  गांगीय क्षेत्र में एनडीआरएफ की स्थायी कम्पनी स्थापित नहीं रहने के कारण समय पर त्वरित प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पाती है. रेस्क्यू टीम 12-15 घंटे के बाद उपलब्ध हो पाते हैं. जब तक  सहायता पहुंचती है तब तक घटनाएं अपना विकराल रुप दिखा चुकी होती है. इसलिए बाढ़ग्रस्त इस क्षेत्र के तत्काल मदद की जरूरत को  देखते हुए  NDRF की टीम को तैनात किया जाये.

दरअसल गंगा के किनारे बसे होने के कारण हर साल यहां बाढ का प्रकोप देखने को मिलता है और लोगों के आपात स्थिति से गुजरना पड़ता है, ऐसे में जरुरी है कि राज्य सरकार इलाके की जरुरत को समझे और शहर के आपदा प्रबंधन को मजबूत बनाये. जाहिर तौर पर शहर के भीतर NDRF की टीम तैनात होने से आपात स्थितियों से मुकाबले मे आसान होगी. इसलिए राज्य सरकार को जल्द से जल्द एनडीआरएफ की कंपनी स्थापित करने के लम्बित मामले पर संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिये

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