Wednesday, October 16, 2024

Jammu Kashmir Result : 10 साल बाद हुए चुनाव के बाद जम्मू-कश्मीर में किसकी बनेगी सरकार ?

Jammu Kashmir Result : जम्मू-कश्मीर में 10 साल के बाद हुए विधानसभा चुनाव के बाद सभी को यहां आने वाले रिजल्ट का इंतजार है. जम्मू कश्मीर में हुआ चुनाव राज्य से धारा 370 हटने के बाद हालात के सामान्य होने के दावे के बीच पहला चुनाव है.इस चुनाव में पूरे राज्य में लोगों ने मतदान में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया औऱ पूरे राज्य में 60 प्रतिशत और कहीं-कहीं तो 70 प्रतिशत तक मतदान हुए हैं.ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि राज्य की जनता किसे अपने प्रतिनिधि चुनती है.

Jammu Kashmir Result:Exit Poll में किसे मिली कितनी सीटें

मतदान के बाद हुए एक्जिट पोल में सभी बड़ी एजेंसियो ने राज्य में कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस की जोड़ी के सत्ता में आने का अनुमान लगाया है. ज्यादातर सर्वे और एक्जिट पोल इस ओर इशारा कर रहे हैं कि राज्य में कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के गठबंधन को बहुमत मिल सकता है.

इंडिया टुड़े – सी वोटर्स के एक्जिट पोल में कांग्रेस औऱ नेशलन कांफ्रेंस(एनसी) के गठबंधन को 90 में से 40-48 सीटें मिलते बताया गया है, वहीं बीजेपी को 27-32, पीडीपी को 6-12 और अन्य के खाते में 6 – 11 सीटें मिलने का अनुमान है.

दैनिक भास्कर  के  एक्जिट पोल में  कांग्रेस-एनसी गठबंधन को जहां 23-41 सीटे मिल रही हैं,वहीं  बीजेपी को 20-25, पीडीपी को 4-7 और अन्य  के खाते में 12-18 जाते बताया गया है.

एक्सिस माइ इंडिया ने कांग्रेस -एनसी के खाते में 35-45 सीटें, बीजेपी के खाते में 24-34 सीटें, पीडीपी के खाते में 4 से 6 सीटें और अन्य के खाते में 8 से 23 सीट आने की अनुमान लगाया है.

न्यूज 24-चाणक्य ने सबसे ज्यादा सीटें कांग्रेस-एनसी गठबंधन को दी है. उन्होंने कांग्रेस-एनसी गठबंधन को 46-50 सीटें दी हैं, वहीं भाजपा के हिस्से 23 से 27 सीटें ,  पीडीपी के खाते में 7-11 और अन्य  के खाते में 4 से 6 सीटें आने का अनुमान लगाया है.

सभी एक्जिट पोल में कांग्रेस एनसी लगभग बहुमत की ओर 

अलग अलग एजेंसियों के सर्वे में सभी ने थोड़े ज्यादा कम मार्जिन के साथ जम्मू कश्मीर ने कांग्रेस नेशनल कांफ्रेंस के गठबंधन की सरकार बनते दिखाया है. आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर विधानसभा में 90 सीटें हैं, जिनके लिए चुनाव हुए हैं. यहां बहुमत का आंक़ड़ा 46 है. 8 अक्टूबर को हरियाणा और जम्मू कश्मीर में हुए चुनाव के रिजल्ट एक साथ आयेंगे. जम्मू कश्मीर में 10 साल के बाद एक बार फिर से सत्ता में नेशनल कांफ्रेंस -कांग्रेस की वापसी हो सकती है.

सरकार के हाथ में रहेगी कितनी ताकत ?

जम्मू कश्मीर में भले ही विधानसभा के चुनाव के बाद एक चुनी ही सरकार आ जायेगी लेकिन सत्ता की  ताकत चुनी हुई सरकार के हाथ मे नहीं बल्कि उपराज्यपाल (LG) यानी केंद्र के हाथ में होगी. हाल ही में केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर विधानसभा के लिए एक नियम बनाया है जिसके बाद दिल्ली की तरह जम्मू कश्मीर में भी सरकार के सभी ब़ड़े फैसलों में उपराज्यपाल यानी केंद्र सरकारी की मंजूरी लेना जरुरी होगा. किसी भी तरह के बड़े प्रशासनिक फैसलों के लिए उपराज्यपाल से मंजूरी लेनी होगी.

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जम्मू कश्मीर में अगर कांग्रेस एनसी गठबंधन को बहुमत नहीं मिलता है तो यहां उनके लिए सरकार बनाना मुश्किल हो सकता है, क्योंकि केंद्र सरकार के नये नियम के मुताबिक अब राज्य के उप राज्यपाल  यानी एलजी के पास ये अधिकारी है कि वो विधानसबा के लिए अपनी तरफ से 5 सदस्य नामित कर सकते हैं. नियम के मुताबिक इमें  पांच सदस्यों से एक सदस्य विस्थापित कश्मीरी पंडितों, एक सदस्य पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से और होना चाहिये. इन पांच सदस्यो के नीमित हो जाने के बाद विधानसभा में सदस्यों की संख्या 95 हो जायेगी.

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