ईरान: Iran सेना के पूर्व कमांडर कासिम सुलेमानी Qasim Sulemani की चौथी बरसी पर 5 जनवरी को भारी भीड़ जमा हुई थी.तभी वहां सिलसिलेवार दो धमाके हुए.इन धमाकों में करीब 100 लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं.अभी तक किसी देश या संगठन ने इन धमाकों की जिम्मेदारी नहीं ली है.
Iran में सुलेमानी की कब्र के पास हुए धमाके
Iran में देश के पूर्व जनरल कासिम सुलेमानी की कब्र के पास हुए इन धमाकों के बाद बड़ी संख्या में एंबुलेंस पहुंचाईं गईं.भगदड में जो लोग घायल हुए, उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. ईरानी स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मरने वालों संख्या 103 से कम होकर 95 हो गई है. उन्होंने बताया कि इन धमाकों में 211 लोग घायल हुए हैं.ये धमाके 20 मिनट के अंतराल पर हुए हैं.जब पहला धमाका हुआ तब वहां मौजूद लोगों के बीच भगदड़ मच गई.धमाके के बाद लोग अपने जानने वालों को ढूंढने लगे. इस बीच 20 मिनट के अंतराल पर फिर दूसरा धमाका हुआ.इस धमाके ने वहां शवों का ढेर कर दिया.
इन विस्फोटों को आतंकी हमला बताया
डिप्टी गवर्नर ने इन विस्फोटों को आतंकी हमला बताया. ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी तसनीम ने सूत्रों के हवाले से बताया कि घटनास्थल पर दो बैग में बम थे, जिनमें ब्लास्ट हुआ. ऐसा लगता है कि इन बमों को रिमोट कंट्रोल की मदद से डिटोनेट किया गया.कब्रिस्तान की ओर जाने वाली सड़क पर कई गैस कंटेनरों में विस्फोट हुआ था.अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि विस्फोट गैस सिलेंडर की वजह से हुआ या फिर नहीं. इस घटना को आतंकी हमला भी माना जा रहा है.
जनरल सुलेमानी की कैसे हुई थी मौत
ईरानी सेना के पूर्व जनरल सुलेमानी की 3 जनवरी 2020 को बगदाद हवाईअड्डे पर अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत हो गई थी. ईरान में सुलेमानी एक कद्दावर शख्सियत थे.सुलेमानी को सुप्रीम नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के बाद देश का दूसरा सबसे ताकतवर शख्स माना जाता था.सुलेमानी ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की फॉरेन ऑपरेशन ब्रांच कुद्स फोर्स के कमांडर थे.वह ईरान के खुफिया मिशनों से जुड़े हुए थे. वह हमास और हिज्बुल्ला के साथ-साथ कई सहयोगी सरकारों और सशस्त्र समूहों को गाइड भी करते थे. साथ ही उन्हें हथियार और अन्य जरूरी सहायता मुहैया कराते थे. 2020 में ट्रंप ने सुलेमानी की मौत को सबसे बड़ी जीत बताते हुए उन्हें दुनिया का आतंकी नंबर एक तक कहा था
नेताओं ने दी कठोर प्रतिक्रिया
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इन धमाकों की कठोर प्रतिक्रिया देने की कसम खाई है.खामेनेई ने एक बयान में कहा क्रूर अपराधियों को पता होना चाहिए कि अब उनसे सख्ती से निपटा जाएगा और निस्संदेह कड़ी प्रतिक्रिया दी जाएगी.वहीं राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने इसे जघन्य और अमानवीय अपराध बताया है.रईसी ने कहा कि दुश्मन शहीद जनरल सुलेमानी की कब्रगाह को भी बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं.
कई देशों ने की निंदा
ईरान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वह हमलों में शामिल लोगों और उनके समर्थकों की पहचान करने और उन्हें न्याय के कठघरे में लाने के लिए सभी अंतरराष्ट्रीय तरीकों का इस्तेमाल करेगा. इस बीच राष्ट्रपति रईसी ने अपनी तुर्की की यात्रा रद्द कर दी है. रूस और तुर्की समेत कई देशों ने हमलों की निंदा की और संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने का आह्वान किया.