पटना : राजधानी पटना से एक चौंकाने वाला वाकया सामने आया है. शहर के बेउर थाने के दरोगा और तीन पुलिसकर्मी अपने ही थाने में गिरफ्तार कर लिये गये हैं. दरोगा और पुलिसकर्मियों पर हिरासत में लिये गये युवकों से उन्हों छोड़ने के बदले 15-15 हजार रुपये रिश्वत लेने का आरोप है.
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल बेउर पुलिस के अंजनी कुमार ने रात्रि गश्त के दौरान दो युवकों को सिपारा पुल के पास से हिरासत में लिया था, फिर उन्हें जेल भेजने का डर दिखाकर उनसे 15 -15 हजार रुपये रिश्वत के तौर पर मांगे.ये 15-15 हजार ऑनलाइन ट्रांसफर करने के बाद दरोगा अंजनी कुमार ने दोनों लड़कों को छोड़ा. छूटने के बाद जब दोनों लड़कों ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मामले के बारे में शिकायत तो बवाल मच गया. वरिष्ठ अधिकारियों ने दरोगा समेत 4 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दे दिया .
एसएसपी पटना ने दिये गिरफ्तारी के आदेश
एसएसपी राजीव मिश्रा के आदेश के बाद तत्काल दरोगा अंजनी कुमार और तीन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया,जबकि चौथा कांस्टेबल मौके से फरार हो गया. इस मामले में बेउर थाने के प्रभारी को भी लाइन हाजिर करने का आदेश दिया गया.
मामला मीडिया में आने के बाद पूरे शहर में ये कार्रवाई चर्चा का विषय बना हुआ है. पुलिस विभाग अब ये पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि इन पुलिस कर्मियों ने लड़कों को किस तरह के मामलों में फंसाने की धमकी दी.
पुलिसकर्मियों द्वारा होने वाले शोषण का खुलासा
इस मामले ने एक बार फिर से पुलिस महकमे की कार्यप्रणाली को उजागर किया है. इस मामले ने पुलिस विभाग के उस चेहरे को उजागर किया है जहां थाना, जेल, गिरफ्तारी का डर दिखाकर लोगों से वसूली की जाती है. दूसरी तरफ पुलिस विभाग की कार्रवाई से लोग हैरान हैं, क्योंकि ऐसे मामले कम ही देखने के लिए मिलते है जब पुलिस डिपार्टमेंट अपने की अधिकारियों और कर्मचारियो के खिलाफ कार्रवाई करती है. पुलिस विभाग की ये कार्रावाई लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है.