सोमवार सुबह पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder) के एक और आरोपी उस्मान चौधरी को प्रयागराज में मार गिराया. बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में आरोपी विजय कुमार उर्फ उस्मान चौधरी जवाबी फायरिंग में घायल हो गया था. पुलिस उसको अस्पताल लेकर गई. स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के डॉ. बद्री विशाल सिंह जिन्होंने उस्मान को देखा उनका कहना है कि “उस्मान को जब लाया गया था तो उसकी मृत्यु हो चुकी थी. हमने उसका ECG और अन्य जांच कराकर हमने उसे मृत घोषित किया और उसके शरीर को शव गृह भेजा. उसको गोली लगी थी.”
27 फरवरी को अरबाज का हुआ था एनकाउंटर
आपको बता दें उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder) में ये दूसरा एनकाउंटर है. इससे पहले 27 फरवरी को पुलिस ने एक अन्य आरोपी अरबाज को मार गिराया था.
एनकाउंटर पर क्या बोले एडीजी लॉ एंड ऑर्डर
उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder) में दूसरे एनकाउंटर के बाद पुलिस पर सवाल भी उठने लगे है. इन्हीं सवालों के जवाब में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि पुलिस उस्मान को जिंदा पकड़ना चाहती थी लेकिन जब आरोपी ने फायरिंग शुरु की तो पुलिस को भी जवाबी फायरिंग करनी पड़ी जिसमें वो गंभीर रुप से घायल हो गया.
24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या
आपको बता दें 24 फरवरी 2023 (शुक्रवार) की शाम प्रयागराज में बीएसपी विधायक राजू पाल की हत्या (Raju pal murder case) के मुख्य गवाह उमेश पाल को उनके घर में घुसते समय गोली मार दी. मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने कई राउंड फायरिंग की और फिर फरार हो गए. फायरिंग में उमेश पाल की सुरक्षा में लगे दो गनर भी गंभीर रूप से घायल हुए है. जिनकी बाद में मौत हो गई.
जनवरी 2005 में प्रयागराज में तत्कालीन बीएसपी विधायक राजू पाल (Raju pal murder case) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या में मुख्य आरोपी अतीक अहमद का भाई अशरफ अहमद बनाया गया था. उमेश पाल इसी हत्याकांड का मुख्य गवाह था.
उमेश हत्याकांड (Umesh Pal Murder) में भी अतीक अहमद का परिवार दोषी बनाया गया है. अतिक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी.