वास्तु शास्त्र में घर की हर वस्तु की एक निश्चित दिशा और स्थान होता है, जिसका पालन करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मकता दूर होती है. इन्हीं वस्तुओं में से एक है कैंची. अक्सर हम कैंची को एक साधारण सी वस्तु समझकर कहीं भी रख देते हैं या किसी को भी उधार दे देते हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा करना अशुभ माना जाता है.
कैंची और राहु का संबंध
वास्तु शास्त्र के अनुसार, कैंची का संबंध राहु ग्रह से माना जाता है. राहु को एक छाया ग्रह माना जाता है जो अचानक होने वाली घटनाओं और परिवर्तनों का कारक होता है. यदि कैंची को सही स्थान पर न रखा जाए या इसे उधार दिया जाए, तो राहु दोष उत्पन्न हो सकता है, जिससे घर में कलह, अशांति और आर्थिक परेशानियां आ सकती हैं.
कैंची उधार देने से होने वाले नुकसान
संबंधों में खटास: कैंची को उधार देने से रिश्तों में तनाव और मनमुटाव पैदा हो सकता है.
आर्थिक नुकसान: वास्तु शास्त्र के अनुसार, कैंची उधार देने से घर की आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
नकारात्मक ऊर्जा का संचार: ऐसा माना जाता है कि कैंची में नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करने की क्षमता होती है. जब आप किसी को कैंच उधार देते हैं, तो आप अपनी नकारात्मक ऊर्जा को भी उसके साथ साझा करते हैं.
कैंची रखने के वास्तु नियम
सही दिशा: कैंची को हमेशा दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए.
ढक कर रखें: कैंची को हमेशा किसी कपड़े या बॉक्स में ढक कर रखना चाहिए.
खुली जगह पर न रखें: कैंची को कभी भी खुली जगह पर या ऐसे स्थान पर नहीं रखना चाहिए जहाँ यह आसानी से दिखाई दे.
पूजा स्थान और बेडरूम में न रखें: कैंची को पूजा स्थान और बेडरूम में रखना अशुभ माना जाता है.