रोहतास, रिपोर्टर – अविनाश श्रीवास्तव डालमियानगर उद्योग समूह के आवासीय परिसर में आज उस समय बवाल हो गया जब यहां के क्वाटर को खाली कराने पुलिस की टीम पहुंची. यहां रह रहे लोगों ने इसका जमकर विरोध किया.डालमियानगर उद्योग समूह के आवासीय परिसर में ज्यादातर वैसे लोग रहते है, जो इस उद्योग समूह के सेवानिवृत्ति या पूर्वकर्मी है.
Rohtas क्वाटर से निकाले गये तो कहां जायेंगे ?
विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि वे लोग वर्षों से यहां रह रहे हैं, अब यहां से निकल कर कहां जाएं ? लोगों के विरोध को देखते हुए फिलहाल आवास को खाली करने का काम रोक दिया गया है. डालमिया नगर उद्योग समूह के ऑफिशल लिक्विडेटर मोहित शाहा ने बताया कि जो लोग रोहतास उद्योग के अधिकृत सेवानिवृत्ति कर्मी है, उन लोगों से कहा गया है कि वो लोग अपने संबंधित कागजात 2 दिन के अंदर स्थानीय कार्यालय में जमा कराए. उनकी जांच की जाएगी. जांच के बाद ही उनके यहां रहने देने पर विचार किया जायेगा.
7 दिसंबर तक निवासियों की मिली मोहलत
पहले फेज में अधिकारियों के दल को क्वार्टर्स खाली कराने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी .तकरीबन 3 घंटे तक अधिकारियों के दल को क्वार्टर्स के लोगों को मनाने में लगा रहा और लोग लगातार मोहलत देने की मांग करते रहें. एसडीएम अनिल कुमार सिंह, एसडीपीओ विनीता सिन्हा ,सीओ अनामिका कुमारी ऑफिशियल लिक्विडेटर ने लोगों की बात सुनी और फिर आज की कार्यवाही को रोकते हुए 7 दिसम्बर से पुनः कार्यवाही सुनिश्चित करने की बात कही. लोगों को अनाउंसमेंट करके बताया गया कि 7 दिसंबर तक लोग अपना इंतजाम कर लें और इस जगह को खाली करें. 7 दिसंबर को ये टीम फिर से आयेगी.
बता दें की रोहतास उद्योग समूह के 813 क्वार्टर को खाली करना है. जिसको लेकर आज भारी संख्या में पुलिस बल के साथ अधिकृत लिक्विडेटर पहुंचे थे. अंततः स्थानीय लोगों के विरोध के कारण अधिकारियों को बैक फुट पर आना पड़ा. अब यह कार्रवाई 7 दिसंबर को होगी.