Thursday, October 17, 2024

Hooch deaths in Bihar: सीवान, सारण में जहरीली शराब से हुई मौतों पर बोले तेजस्वी-“लोग मरे नहीं है उनकी हत्या की गई है”

Hooch deaths in Bihar: पश्चिमी बिहार के सारण और सीवान जिलों में अवैध रूप से बनाई गई शराब के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है, विपक्षी दलों ने गुरुवार को नीतीश कुमार सरकार पर आठ साल पहले लागू की गई शराबबंदी की प्रभावशीलता को लेकर हमला किया.

हम कह सकते हैं कि शराबबंदी केवल कागजों पर है-तेजस्वी यादव

बिहार में जहरीली शराब त्रासदी पर RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “हम कह सकते हैं कि शराबबंदी केवल कागजों पर है. जहरीली शराब से लगभग 30 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो गई है कई लोगों ने अपने आंखों की रौशनी खो दी है. इतनी बड़ी घटना हुई है और मुख्यमंत्री जी ने अभी तक कोई संवेदना प्रकट नहीं की है. ये घटनाएं लगातार हो रही हैं. बिहार में हर जगह शराब उपलब्ध है. सत्ता में बैठे लोग माफिया अधिकारी ये सब कर रहे हैं. ये सत्ता संरक्षित अपराध किया जा रहा है. लोग मरे नहीं है उनकी हत्या की गई है.”

वहां(बिहार) शराबबंदी पूरे तौर पर नहीं हुई है-तारीक अनवर

वहीं, बिहार में जहरीली शराब त्रासदी पर कांग्रेस सांसद और झारखंड चुनाव के पर्यवेक्षक तारिक अनवर ने कहा, “…शराबबंदी की जो नीति नीतीश कुमार की सरकार लेकर आई थी वो पूरी तरह से विफल है. एक तरफ कई गैंग उभरकर सामने आए हैं. वहां(बिहार) शराबबंदी पूरे तौर पर नहीं हुई है. आज भी वहां होम डिलीवरी हो रही है. जो गरीब हैं और अच्छी शराब खरीद नहीं सकते हैं वो जहरीली शराब पीने के लिए मजबूर हो रहे हैं.”

Hooch deaths in Bihar:सीएम नीतीश कुमार ने की घटना की समीक्षा

गुरुवार को बिहार CMO की ओर से जारी बयान में कहा गया कि, “बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीवान और सारण जिलों में कल हुई जहरीली शराब की घटना की उच्चस्तरीय समीक्षा की. समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सचिव को मौके पर जाकर पूरी स्थिति की जानकारी जुटाने और सभी बिंदुओं पर गहन जांच करने का निर्देश दिया.

सिवान में 20 और समीपवर्ती सारण में 4 लोगों की मौत-जिला प्रशासन

इस बीच जिला प्रशासन ने सिवान में 20 लोगों और समीपवर्ती सारण जिले में चार लोगों की मौत की पुष्टि की है. सिवान के जिला मजिस्ट्रेट मुकुल कुमार गुप्ता ने संवाददाताओं को बताया कि बुधवार सुबह 7.30 बजे अधिकारियों को शराब त्रासदी की पहली सूचना मिली, जब मगहर और औरिया पंचायतों में रहस्यमय परिस्थितियों में तीन लोगों की मौत की जानकारी मिली. अधिकारियों ने पहले तो गांव के चौकीदार के खिलाफ कार्रवाई की, लेकिन जैसे-जैसे मौतों की संख्या बढ़ती गई, भगवानपुर हाट थाने के स्टेशन हाउस ऑफिसर नीरज मिश्रा को भी इलाके में शराब तस्करी का पता लगाने में असमर्थ होने के कारण निलंबित कर दिया गया.

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