सोमवार सुबह ही पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जनता दरबार लगा. सीएम दरबार में फोन लेकर बैठे थे और फरियादियों की शिकायतों पर सीधे अधिकारियों को फोन घुमा रहे थे.
करोना से हुई पति की मौत, मुआवजा नहीं मिला हुजूर
मुजफ्फरपुर से आई एक महिला ने मुख्यमंत्री से कहा कि हमारे पति की मृत्यु कोरोना से हो गई. इसके बाद भी उन्हें सरकारी सहायता नहीं मिली. तो सीएम नीतीश ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को फोन लगाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि इनके पति की मृत्यु कोरोना से हो गई. इनका कहना है कि इन्हें सरकारी सहायता राशि नहीं मिली है. इनके मामले को देखिए और जल्द निपटारा कीजिए.
अनुदानित कॉलेज पर कब्ज़े का मामला
वहीं मुजफ्फरपुर की ही एक दूसरी महिला ने मुख्यमंत्री से शिकायत की, महिला ने कहा कि एक अनुदानित कॉलेज है. कॉलेज के सचिव ही स्कूल की जमीन का कब्जा कर रहे हैं. इस पर सीएम नीतीश ने शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को फोन लगाया और कहा कि इसे इनकी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की जाए
मुख्यमंत्री अपनी तरफ से तो फरियादियों को आश्वासन और उनके सामने ही अधिकारियों को फोन घुमा समस्याओं के निपटारे के लिए कह तो रहे है. लेकिन अधिकारी सीएम के आदेश को कितना मान रहे है इसकी भी सीएम को जांच कराते रहना चाहिए तभी जनता दरबार का असल मकसद पूरा होगा.