झारखंड में गुरुवार को तेज हवाओं के साथ हुई झमाझम बारिश और ओलावृष्टि से हजारीबाग जिला कश्मीर की हसीन वादियों में तब्दील हो गया था. जमकर हुई ओलावृष्टि के कारण सड़कों पर बर्फ की मोटी चादर बिछ गई. इसके कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं. कई जिलों में खेत और सड़कों पर जमकर ओलावृष्टि हुई थी. आकशीय बिजली गिरने के कारण पूरे झारखंड में पांच लोगों की असमय मौत हुई है.
झारखंड में गुरुवार को तेज हवाओं के साथ जमकर बारिश हुई. इस दौरान कई जिलों में मोटे-मोटे ओले भी गिरे. हजारीबाग जिले में ओलावृष्टि इतनी ज्यादा हुई कि यह शहर कश्मीर और शिमला में तब्दील हो गया. इसके अलावा ओलावृष्टि के चलते कई जिलों की सड़कों और खेतों पर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई थी. इस दौरान प्रदेश के ज्यादातर जिलों में लगभग 40 से 50 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलती रही, जिससे काफी देर तक प्रदेश के लोगों का जनजीवन प्रभवित रहा.
मेदिनीनगर में हुई सबसे ज्यादा बारिश
पिछले 24 घंटो के दौरान झारखंड के मेदिनीनगर में सर्वाधिक 35.8 मिमी बारिश दर्ज की, जबकि सबसे कम पश्चिमी सिंहभूम में 2.मिमी बारिश रिकार्ड की गई. बारिश के साथ जमकर हुई ओलावृष्टि के कारण, जहां एक तरफ लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली. वहीं, दूसरी तरफ किसानों के खेतों में लगी फसलों के साथ-साथ पेड़ों में पर लगे फलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. इस दौरान विभिन्न जिलों के अधिकतम तापमान में भी लगभग तीन से पांच डिग्री सेल्लियस तक की गिरवाट दर्ज की गई.
फसलों को पहुंचा भारी नुकसान
झारखंड के हजारीबाग जिला में गुरुवार को हुई भीषण ओलावृष्टि के बाद हजारीबाग के बीजेपी के सांसद मनीष जयसवाल ने सड़क पर बिछी बर्फ की चादर का एक वीडियो अपने सोशल मीडिया साइट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि यह यह श्रीनगर, कुल्लू या फिर मनाली नहीं, बल्कि हमारे हजारीबाग जिले का ‘टाटीझरिया दारू’ है. हालांकि, इस खूबसूरती के पीछे एक चिंता भी छुपी है. क्षेत्र में भारी मात्रा में ओलावृष्टि हुई है, जिससे किसानों की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है.