हिसार। सोमवार को सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ज्योति मल्होत्रा की न्यायिक हिरासत को कोर्ट ने 14 दिन और बढ़ा दिया है। ज्योति को जासूसी के संदेह में गिरफ्तार किया गया था। हिसार पुलिस ने 'ट्रैवल विद जो' नामक यूट्यूब चैनल चलाने वाली ज्योति मल्होत्रा को 16 मई को गिरफ्तार किया था।
हिसार की रहने वाली इस यूट्यूबर को न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया और ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट तथा भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया। ज्योति के वकील कुमार मुकेश ने बताया कि उनकी न्यायिक हिरासत को 14 दिन और बढ़ा दिया गया है, और अगली सुनवाई की तारीख 21 जुलाई निर्धारित की गई है। 33 वर्षीय यूट्यूबर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अदालत में पेश हुई। 9 जून को यहां एक अन्य अदालत ने उनकी नियमित जमानत याचिका खारिज कर दी थी। पुलिस ने जमानत का विरोध करते हुए तर्क दिया था कि इस मामले की जांच अभी जारी है।
16 मई को गिरफ्तारी के बाद, ज्योति को अदालत ने पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेजा था। हिरासत की अवधि पूरी होने के बाद, पुलिस ने उनसे और पूछताछ के लिए चार दिन की अतिरिक्त हिरासत मांगी, जिसे अदालत ने मंजूर किया। 26 मई को अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा, जिसे बाद में बढ़ाया गया। हिसार पुलिस ने पहले कहा था कि ज्योति के पास सैन्य या रक्षा से संबंधित कोई जानकारी होने का कोई सबूत नहीं मिला है, लेकिन दावा किया कि वह कुछ लोगों के संपर्क में थी और उसे पता था कि वे पाकिस्तानी खुफिया एजेंट हैं। पुलिस सूत्रों ने पहले बताया था कि ज्योति नवंबर 2023 से पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में थी। भारत ने 13 मई को दानिश को जासूसी के आरोप में निष्कासित कर दिया था। पुलिस ने मई में दावा किया था कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंट ज्योति को एक एसेट के रूप में विकसित कर रहे थे।
ज्योति के वकील बोले- जमानत याचिका दायर करेंगे
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा की 7 जुलाई को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सिविल जज ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट सुनील कुमार की अदालत में पेशी हुई। जहां उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। अगली सुनवाई 21 जुलाई को होगी। ज्योति के वकील कुमार मुकेश ने बताया कि इसी सप्ताह ज्योति की जमानत याचिका अदालत में लगाई जाएगी। केरल सरकार की ओर से प्रचार के लिए ज्योति को आमंत्रित किए जाने के सवाल पर वकील कुमार मुकेश बोले यह तो अच्छी बात है। रेलवे से भी ज्योति को स्पांसरशिप मिली थी।
17 मई को गिरफ्तार हुई थी ज्योति
ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में 17 मई को गिरफ्तार किया गया था। अदालत ने उसे पांच दिन के रिमांड पर भेज दिया था। इसके बाद 4 दिन के रिमांड पर फिर भेजा गया। दो बार में 9 दिन के रिमांड पूरा होने के बाद 26 मई को उसे सिविल जज ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट सुनील कुमार की अदालत में पेश किया गया था। इस दौरान जांच अधिकारी एसआई निर्मला ने कहा था कि ज्योति मल्होत्रा के लैपटॉप से 14 टीबी (टेरा बाइट) डाटा मिला है, जिसके विश्लेषण के लिए हमें समय चाहिए। जिसके बाद ज्योति मल्होत्रा को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। इसके बाद 9 जून ,23 जून को वीडियो कांफ्रेंस से पेशी हुई थी। ज्योति मल्होत्रा के वकील कुमार मुकेश ने बताया कि सोमवार को ज्योति की पेशी है। इसके बाद इसी सप्ताह में एक बार फिर से कोर्ट में जमानत याचिका लगाएंगे। इससे पहले उन्होंने 11 जून को याचिका दायर की थी। अदालत ने 12 जून को दूसरे पक्ष से जवाब मांगा था। दोनों पक्षों के वकीलों के बीच करीब 20 मिनट तक बहस हुई। दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) सुनील कुमार ने ज्योति मल्होत्रा की जमानत याचिका खारिज कर दी थी।