अयोध्या:श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा Ramlala Pran Pratistha में महज 18 दिन बाकी रह गए हैं.राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही 22 जनवरी को पूरे देश में दिवाली मनाई जाएगी .वहीं अयोध्या में सबसे बड़ा दीपक जला के नया कीर्तिमान रचा जाएगा.ऐसे में आयोध्या मंदिर के निर्माण कार्य ने रफ्तार पकड़ा हुआ है.वीरवार को श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर के प्रवेश द्वार पर गज, सिंह, हनुमान जी और गरुड़ जी की मूर्ति स्थापित की गई है.
Ramlala Pran Pratistha से पहले सिंहद्वार पर विराजित हुए हनुमान
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पावन काम से पहले मंदिर के सिंहद्वार पर बजरंग बली विराजित हो गए हैं.इस अवसर पर मंदिर ट्रस्ट ने तस्वीरें भी साझा की हैं.मंदिर ट्रस्ट की तरफ से साझा की गई तस्वीरें बेहद ही खुबसूरत है.मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर गज, सिंह और गरुण देव की मूर्तियों को भी स्थापित किया गया है.यहां भगवान श्री राम के सबसे परम भक्त हनुमान जी की प्रणाम मुद्रा की एक मूर्ति को भी स्थापित किया गया है.जिससे मंदिर में रामलला के दर्शन से पहले भक्त हनुमानजी के दर्शन कर सकें.श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर के प्रवेश द्वार पर स्थापित करी गई गज, सिंह, हनुमान जी और गरुड़ जी की मूर्तियां ग्राम बंसी पहाड़पुर के गुलाबी रंग के बलुआ पत्थर से बनाई गई है.
नागर शैली में हुआ है मन्दिर निर्माण
मंदिर का निर्माण परम्परागत नागर शैली में किया जा रहा है. मुख्य गर्भगृह में प्रभु श्रीराम का बालरूप , तथा प्रथम तल पर श्रीराम दरबार होगा. इसके साथ ही मंदिर में 5 मंडप होगा,जोकि नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना मंडप व कीर्तन मंडप के नाम से जाने जायेंगे.इसके साथ ही मंदिर की लंबाई 380 फीट, चौड़ाई 250 फीट तथा ऊंचाई 161 फीट रहेगी.इसके अलावा मंदिर तीन मंजिला रहेगा.प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फीट रहेगी.मंदिर में कुल 392 खंभे व 44 द्वार होंगे.
मंदिर में होंगी और भी देवी देवताओं की मूर्ति
मंदिर में प्रवेश पूर्व दिशा से 32 सीढ़ियां चढ़कर सिंहद्वार से होगा.मंदिर परिसर के खंभों व दीवारों में देवी देवता तथा देवांगनाओं की मूर्तियां उकेरी जा रही हैं.वहीं दिव्यांगजन एवं वृद्धों के लिए मंदिर में रैम्प व लिफ्ट की व्यवस्था रहेगी.मंदिर के चारो ओर आयताकार परकोटा रहेगा. चारों दिशाओं में इसकी कुल लंबाई 732 मीटर तथा चौड़ाई 14 फीट होगी. परकोटा के चारों कोनों पर सूर्यदेव, मां भगवती, गणपति व भगवान शिव को समर्पित चार मंदिरों का निर्माण होगा. उत्तरी भुजा में मां अन्नपूर्णा, व दक्षिणी भुजा में हनुमान जी का मंदिर रहेगा.अयोध्या में मंदिर का निर्माण सत्तर एकड़ में हो रहा है.