Friday, October 18, 2024

H3N2 virus: H3N2 इन्फ्लुएंजा के भारत में 3,038 मामलों की पुष्टि, दो मौतों के बाद एक्शन में आया स्वास्थ्य मंत्रालय

देश भर में मौसम बदलने से लोगों के बीमार होने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है. जिसे हम आम भाषा में मौसमी बुखार कहते हैं वो लोगों की जान लिए जा रहा है . अभी तक कोरोना का खौफ थमा नहीं था कि अब एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के प्रकोप ने सबको फिर एक बार ख़ौफ़ज़दा कर दिया है. बता दें अब ये मौसमी बुखार लोगों के लिए काल बनता नज़र आ रहा है. इस बीच ताज़ा मिली खबर के मुताबिक कर्नाटक में एक मौत के बाद अब हरियाणा से भी मौत की खबर मिली है. अब बात पूरे देश कि करें तो अभी तक 3,038 एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के मरीज़ों की पुष्टि हुई है .

दो मौत के बाद नींद से जागा प्रशासन

मामले की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा, छोटे बच्चे और बुज़ुर्ग लोगों के लिए मौसमी इन्फ्लूएंजा सबसे ज्यादा खतरनाक हैं. अब तक, कर्नाटक और हरियाणा ने एच3एन2 इन्फ्लूएंजा से एक-एक मौत की पुष्टि हुई है.
रिपोर्ट्स के आधार पर कहा जा रहा है कि मार्च महीने के आखिर तक ऐसे मामलों में कमी आने की उम्मीद है. मंत्रालय ने कहा कि राज्य निगरानी अधिकारी इस सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम यानी आईडीएसपी, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र एनसीडीसी द्वारा ओपीडी और स्वास्थ्य सुविधाओं के आईपीडी में पेश होने वाले इन्फ्लुएंजा जैसे बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) के मामलों की लगभग वास्तविक समय निगरानी की जाती है.

अब तक कुल मामले

मंत्रालय का कहना है कि आईडीएसपी-आईएचआईपी पर मौजूद नए और ताज़ा आकड़ों के मुताबिक, 9 मार्च 2023 तक एच3एन2 सहित इन्फ्लुएंजा के अलग अलग वैरिएंट्स के कुल 3038 मामलों की सूचना दी है. इसमें जनवरी में 1245, फरवरी में 1307 और मार्च में 486 मामले शामिल हैं. इसके अलावा 2023 के दौरान, देश से तीव्र श्वसन बीमारी/इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी के कुल 3,97,814 मामले सामने आए थे.

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