हरियाणा के यमुनानगर में आज़ादी के वक्त की एक ज़मीन को लेकर सांप्रदायिक तनाव के हालात बन गए हैं.1947 से विवादित रही एक ज़मीन के टुकड़े के लिए दो समुदाय आमने सामने हो गए हैं. एक दूसरे पर लाठी डंडे , ईंट पत्थर तक फेंके गए. इस झगड़े में लगभग आधा दर्जन से ज्यादा लेाग गंभीर रूप से घायल हो गए . फिल्हाल मौके पर पहुंची पुलिस ने महौल को शांत करा दिया है.
क्या है पूरा मामला
पानीपत में यमुनानगर के छछरौली कस्बा में 1947 से विवादित रही ज़मीन को लेकर सिख समुदाय और मुस्लिम समुदाय में गहमा गहमी जारी है . ऐसा कहा जाता है कि बंटवारे के दौरान उस ज़मीन पर एक मस्जिद थी.जिसकी जगह सिख समुदाय के लोगों ने गुरूद्वारा स्थापित कर दिया था. इसके बाद 1995 तक वक्फबोर्ड की जमीन पर गुरुद्वारा चलता रहा लेनिक बाद में गुरूद्वारे को दूसरी जगह पर स्थापित कर दिया गया . गुरूद्वारा का स्थान बदलते ही पडोस में रहने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगो ने इस जमीन पर अपना हक जताना शुरू कर दिया. इश बीच सिख समुदाय के लोगों ने भी यहां फिर से गुरुद्वारा का खंडा साहिब लगा दिया. जिसको लेकर मामला पुलिस की चौखट तक जा पहुंचा. मामला जब हद से ज्यादा बढ़ा तो मारपीट मेंं तब्दील हो गया. दो गुटों में छिड़ी खूनी जंग को शांत कराने के लिए पुलिस को बीच बचाव करना पड़ा . विवाद ख़त्म करने के लिए पुलिस ने 15 अक्तूबर का समय रखा है. सिख समाज के लोगो की माने तो उन्हें पता चला था कि मुस्लिम समुदाय के लोगो ने गुरुद्वारे की दीवार को तोडना शुरू कर दिया और इस जमीन पर अपना कब्जा करने लग गए है. इस बीच जब विवादित जमीन पर दोनों पक्ष आमने सामने पहुंचे तो वही इन लोगो ने एक दूसरे पर हमला बोल दिया . विवाद शुरू हुआ तो दोनों तरफ से लाठी डंडे और तलवारों से हमला कर दिया गया . इस दौरान दोनों पक्षों के करीब आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए जिन्हे अलग-अलग जगहों पर अस्पताल में दाखिल करवाया गया है.
फिलहाल इस जमीन को लेकर दोनों पक्ष अपना अपना हक जता रहे हैं. मामला पुलिस तक जाने के बाद भी थमने का नाम नहीं ले रहा . माहौल अभी भी तनावपूर्ण है. इलाके के हालातों को देखते हुए विवादित जमीन पर पुलिस तैनात कर दी गई है.सिख समुदाय की तरफ से दोबारा यहां निशाना साहिब लगा कर पाठ रखा दिया गया है. पाठ शुुरु हो जाने के कारण अब पुलिस भी भोग पड़ने तक का इंतजार कर रही है.पुलिस पुरे मामले को आपसी समझौता से हल करने की कोशिश में है.