कांग्रेस पार्टी ने वेटरन लीडर गुलाम नबी आजाद को जम्मू कश्मीर में कैंपेन कमिटी का प्रमुख नियुक्त किया लेकिन नियुक्ति के थोड़ी देर बाद ही गुलाम नबी ने ये पद ठुकरा दिया.सूत्रों के मुताबिक नबी इस बात से नाराज हैं कि उनके सुझावों को पार्टी ने पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया.
जम्मू कश्मीर में चुनावों के सुगबुगाहट के बीच कांग्रेस पार्टी ने राज्य में कई समितियों का पुनर्गठन किया है. कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी का ये फैसला इस लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा था कि पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत करने वालों में कपिल सिब्बल और आनंद शर्मा के साथ गुलाम नबी भी प्रमुख रुप से शामिल थे.बात इतनी बढ़ी थी कि कांग्रेस पार्टी ने गुलाम नबी को राज्यसभा का टिकट तक नहीं दिया था. गुलाम नबी के पद ठुकराने के बाद एक बार फिर से कयासों का बाजार गर्म हो गया है.