Ganderbal terror attack Update : जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में रविवार को टनल में कम कर रहे मजदूरों पर हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन ‘लश्कर-ए-तैयबा’ का मुखौटा ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF)’ ने लिया है. गृह मंत्रालय ने पिछले साल ही इस संगठन को प्रतिबंधित आतंकी संगठन घोषित किया था. वर्तमान में इस आतंकी संगठन ने घाटी में कई हमलों को अंजाम दिया है. खुफिया सूचना के मुताबिक घाटी में इस संगठन को कई दूसरे आतंकी संगठनों की मदद मिल रही है.
Ganderbal terror attack Update : TRF कश्मीर घाटी में रहकर चलाता है संगठन
TRF पाकिस्तान समर्थित संगठन है लेकिन भारत की धरती रहकर आतंकी लोकल लोगों का इस्तेमाल करके आतंकी वारदातो ंको अंजाम देता है. ये वही संगठन है जिसने कुछ दिन पहले ही जम्मू कश्मीर के नये डीजीपी नलित प्रभात को सोशल मीडिया पर धमकी भरा मैसेज भेजा था. आतंकियों ने मैसेज में नलिन प्रभात की नियुक्ति को ‘नई बोतल में पुरानी शराब’ कहा था. इस संगठन ने नये जीडीपी के पदभार ग्रहण करते ही कहा था कि उनका कार्यकाल मुश्किलों से भरा रहेगा. TRF यानी द रेजिस्टेंस फ्रंट उन्हें समय-समय पर हैरान करने वाले तोहफे भेजता रहेगा. सूत्रों के मुताबिक कश्मीर घाटी में काफी खौफनाक खेल चल रहा है. इसमें सुरक्षा बल और आतंकी संगठन दोनों की खुफिया इकाईयां लगी हुई हैं. इंटेलिजेंस के इस खतरनाक खेल में केवल मुखबीर ही नहीं प्रवासी मजदूर और ‘भगवा’ टोली यानी भाजपा आरेएएस के लोग भी निशाने पर है.
सीएम उमर के बयान से भड़के लोग
गांदरबल में हुए हमले में मारे गये 6 श्रमिकों और एक डॉक्टर की मौत को उग्रवादियों की करतूत बताते हुए सीएम उमर अब्दुल्ला ने हमले की घटना की निंदा की. लोग इस बात से बेहद नाराज है कि प्रदेश के नये सीएम ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने वालों को आंतकवादी कहने से परहेज किया और उन्हें उग्रवादी कहा .सीएम उमर अब्दुल्लाह के इस बयान से लोग भड़क गये है और सोशल मीडिया पर जम कर प्रतिक्रिया आ रही है.
Very sad news of a dastardly & cowardly attack on non-local labourers at Gagangir in Sonamarg region. These people were working on a key infrastructure project in the area. 2 have been killed & 2-3 more have been injured in this militant attack. I strongly condemn this attack on…
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 20, 2024
उमर अब्दुल्ला ने अपने मैसेज में किया लिखा
सीएम उमर अब्दुल्ला ने घटना के तुरंत बाद अपनी प्रतिक्रिया में घटना की निंदा तो की लेकिन इन्हें आतंकवादी घटना बोलने से परहेज किया. सीएम ने कहा – “सोनमर्ग क्षेत्र के गगनगीर में गैर-स्थानीय मजदूरों पर कायरतापूर्ण और कायरतापूर्ण हमले की बहुत दुखद खबर है। ये लोग इलाके में एक प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजना पर काम कर रहे थे। इस आतंकवादी हमले में 2 लोग मारे गए हैं और 2-3 अन्य घायल हुए हैं। मैं निहत्थे निर्दोष लोगों पर इस हमले की कड़ी निंदा करता हूं और उनके प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं ”
सीएम उमर के बयान से भड़के एक यूजर ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि “आप एक केंद्र शासित प्रदेश के सीएम हैं. आपकी हरकतों पर ध्यान दिया जा रहा है और राज्य का दर्जा मिलने की किसी भी संभावना को रद्द किया जा सकता है.”
वहीं एक दूसरे यूजर ने कहा बधाई हो जम्मू-कश्मीर में एनसी और आतंकवाद दोनों की वापसी हुई है. जबकि सभी जानते हैं कि आपके परिवार का आतंकवादियों के साथ सहानुभूति रखने का इतिहास रहा है. कम से कम सार्वजनिक मंचों पर, उन्हें ‘उग्रवादी’ जैसे नरम शब्दों का उपयोग करने के बजाय ‘आतंकवादी’ कहना शुरू करें.