नई दिल्ली : इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग के बीच लाल सागर से एक हैरान कर देने वाला वीडियो सामने आया है. दो दिन पहले सामने आया ये वीडियो किसी फिल्मी एक्शन सीन से कम नहीं है. इसे देखकर आपको यकीन नहीं होगा कि ये कोई वास्तविक दृश्य है.ये दृश्य लाल सागर का है जहां Galaxy Leader नाम के जहाज पर ये हेलिकॉप्टर उतरा है. Galaxy Leader तुर्किये से माल लेकर भारत की ओर आ रहा था
Współcześni piraci nie pływają już statkami. Huti pokazało nagranie z porwania statku Galaxy Leader. Jednostka ma się obecnie znajdować w porcie Al-Hudajda w Jemenie. Galaxy Leader transportował ładunek z Turcji do Indii.
pic.twitter.com/dHwD00zqG4— Paweł Żuchowski (@p_zuchowski) November 21, 2023
Galaxy Leader को हेलिकॉप्टर सवार ने किया हाइजैक
वीडियो में दिखाई दे रहा सब कुछ सौ प्रतिशत वास्तविक है. दृश्य कुछ यूं है कि एक मालवाहक जहाज Galaxy Leader लाल सागर में अपने गंतव्य भारत की ओर बढ़ रहा था, तभी एक हेलीकॉप्टर Galaxy Leader के ऊपर मंडराने लगता है,फिर हेलिकॉप्टर मालवाहक जहाज Galaxy Leader के उपर उतरता है और उससे उतरते हैं कुछ बंदूकधारी,जो सीधे जहाज के कंट्रोल रुम में पहुंचते हैं औऱ जहाज को अपने कब्जे में ले लेते हैं.इस दृश्य ने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है.गैलेक्सी लीडर नाम के इस मालवाहक जहाज के हाईजैक की वारदात से लाल-सागर में उबाल आ गया.ये मालवाहक जहाज तुर्किए से भारत आ रहा था. हमले की ऐसी तस्वीरें आम तौर पर वीडियो गेम में या फिर फिल्मों में ही देखने को मिलती हैं. लेकिन बीच समंदर में तैर रहे एक भारी-भरकम जहाज को सचमुच यूं हाईजैक करने की तस्वीरों को देखना वाकई भयानक है.
एकदम फिल्मी दृश्य लेकिन सौ प्रतिशत वास्तविक
हाईजैक के दौरान आसमान में उड़ता एक हेलीकॉप्टर कैमरे के फ्रेम में नज़र आता है. हेलीकॉप्टर देखते ही देखते जहाज़ के बिल्कुल ऊपर आ जाता है. उस हेलीकॉप्टर के निचले हिस्से में दो झंडे बने हैं. एक यमन का और दूसरा फिलिस्तीन का. हेलीकॉप्टर जहाज के ऊपर आते ही इसके डेक के कुछ इतने करीब आ जाता है कि उसका बस जहाज पर लैंड करना ही बाकी रह जाता है. और फिर इन हालात में हेलीकॉप्टर के अंदर से एक-एक कर नक़ाबपोश हथियारबंद लड़ाके नीचे उतरने लगते हैं. धीरे-धीरे ये सभी डेक से होते हुए केबिन की तरफ आगे बढ़ने लगते हैं. जहाज के अंदर मौजूद सभी क्रू मेंबर्स को फौरन सरेंडर करने का हुक्म दिया जाता है. और अगले कुछ मिनटों में ये नकाबपोश लड़ाके पूरी जहाज़ को अपने कब्ज़े में ले लेते हैं.
इजराइल के जहाज को अगवा करने पर हमास ने हूती को कहा शुक्रिया
जहाज को यूं अगवा करने की इस वारदात का ताल्लुक हमास और इज़रायल की जंग से जोड़ कर देखा जा रहा है. खास कर फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने 19 नवंबर को लाल सागर से अगवा किे गए इस जहाज को लेकर हुती का शुक्रिया अदा किया है. आतंकी संगठन हमास के प्रतिनिधि ओसामा हमदान ने कहा है ‘यमन की फौज की ये कार्रवाई स्वागत के योग्य है.
इजराइल ने इसे अपना जहाज मानने से किया इंकार
असल में हुती आतंकियों ने इस जहाज के इजरायली जहाज होने की बात कही है. लेकिन इजरायल ने साफ किया है कि जहाज का मालिकाना हक एक ब्रिटिश कंपनी के पास है, जबकि इसे जापान की एक कंपनी ऑपरेट करती है. जबकि उसका परिचालन जापानी लोग करते हैं. इजरायल ने जहाज के अपहरण की इस वारदात के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि ये पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर घटना है. इजरायल ने हुती विद्रोहियों की इस कार्रवाई को एक्ट ऑफ टेररिज्म यानी एक आतंकी हरकत करार देते हुए कहा है कि इसका असर इंटरनेशनल मेरीटाइम सिक्योरिटी पर पड़ना तय है. यानी समंदर में जहाजों के परिचालन पर इस आतंकी कार्रवाई का असर देखने को मिल सकता है.
तुर्किए से भारत आ रहा था माल वाहकजहाज गैलेक्सी लीडर
खबरों के मुताबिक माने तो, यह जहाज तुर्कि से भारत आ रहा था. और इसमें ऑटोमोबाइल से जुड़ा सामान था. इस जहाज को अगवा किए जाने का वीडियो जारी करने के बाद हुती के प्रवक्ता याहया सारी ने कहा है कि उनके लड़ाकों ने लाल सागर में ऐक सैन्य अभियान चलाया और इजरायली जहाज को जब्त कर लिया है. जहाज को यमन के तट पर ले जाया गया है और जहाज के क्रू मेंबर्स के साथ पिलहाल इ्स्लामिक नियमों और मूल्यों के मुताबिक व्यवहार किया जा रहा है. वैसे हुती ने बेशक गैलेक्सी लीडर नाम के इस जहाज को अभी अगवा किया हो, लेकिन उसने पहले ही कह दिया था कि हमास के खिलाफ इजरायल जिस बर्बर तरीके से पेश आ रहा है, उसके खिलाफ वो लाल सागर से गुजरने वाले उन सभी जहाजों पर निशाना बनाएगा, जिनका संबंध तेल अवीव यानी इजरायल से हो.
हमास को हूतियों का समर्थन, इजराइल से लड़ाई में दे रहे हैं साथ
अब सवाल यह कि कौन है विद्रोही . दरअसल हूती सुन्नी दबदबे वाली यमनी सरकार का विरोधी है और 2004 से लेकर अब तक यमन की सरकार के साथ छह युद्ध लड़ चुका है. हुसैन बदरेद्दीन अल-हूती के नेतृत्व में इस समूह ने 2004 में अब्दुल्ला सालेह सरकार के खिलाफ विद्रोह किया था और उसी साल सितंबर में यमनी सेना की कार्रवाई में बदरेद्दीन अल-हूती मारा गया. अब इस समूह का नेतृत्व अब्दुल मलिक अल-हूती के पास है. हूती विद्रोही समूह ने 2014 में यमन की राजधानी सना पर कब्जा कर लिया और वहां की चुनी हुई सरकार को निर्वासन के लिए मजबूर कर दिया. तब से वे सऊदी के नेतृत्व वाले सुन्नी अरब देशों के गठबंधन के खिलाफ गृह युद्ध लड़ रहे हैं.