पोलैंड में रूसी मिसाइल के गिरने के बाद जी 20 शिखर सम्मेलन में तनाव का माहौल बन गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नेतृत्व में यहां नाटो और G7 नेताओं के नेताओं की बैठक भी हुई. जिसके बाद रूसी हमलों की कड़ी निंदा की गई. पोलैंड हमले के बाद हालात बदलने का असल जी 20 की बैठकों पर भी नज़र आ रहा है
क़ई मुलाकातें हुई अनिश्चित
15 नवंबर मंगलवार को रूस का एक मिसाइल उस समय पोलेड में जा गिरा जब उसने यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई शहरों पर मिसाइलों से हमला किया था. बताया जा रहा है कि इस मिसाइल हमले में पोलैंड के दो लोगों की मौत हो गई है. घटना के बाद से नाराज पोलैंड ने जी7 और नाटो के नेताओं से बात की. जिसके बाद से जी20 शिखर बैठक का शेड्यूल गड़बड़ाने लगा.
मैन्ग्रोव फॉरेस्ट में नेताओं के कार्यक्रम का समय बदला गया. हलांकि बाद में अमेरिकी राष्ट्रपति, पीएम मोदी समेत सभी नेता मैन्ग्रोव के जंगल देखने पहुंचे.
#WATCH इंडोनेशिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और अन्य G20 नेताओं ने G20 शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन बाली में मैंग्रोव वन का दौरा किया।
(सोर्स-डीडी) pic.twitter.com/u2CW2xUWIy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 16, 2022
नाटो और जी 7 के नेताओं की बढ़ी व्यस्तता का असर पीएम मोदी के कार्यक्रमों पर भी पड़ सकता है. सूत्रों के मुताबिक क़ई 8 द्विपक्षीय मुलाकातों के कार्यक्रम अब अनिश्चित हो गई हैं. इस बीच बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की.
#WATCH बाली (इंडोनेशिया): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने G20 समिट 2022 के दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की।
(सोर्स-डीडी) pic.twitter.com/j9gDDiMOt8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 16, 2022
G20 सम्मेलन में अलग से हुई नाटो और जी 7 देशों बैठक
बाली में G20 शिखर सम्मेलन में अचानक पैदा हुई पौलैंड की आपात स्थिति पर नाटो और जी 7 देशों ने अलग से चर्चा की. इस चर्चा के बाद नाटो और G7 नेताओं ने एक संयुक्त बयान भी जारी किया. इस बयान में कहा गया कि “हम बर्बर मिसाइल हमलों की निंदा करते हैं जो रूस ने मंगलवार को यूक्रेनी शहरों और नागरिक बुनियादी ढांचे पर किए. हमने यूक्रेन के साथ सीमा के पास पोलैंड के पूर्वी हिस्से में हुए विस्फोट पर चर्चा की. हम पोलैंड की जांच में पूर्ण समर्थन और सहायता की पेशकश करते हैं. यूक्रेन और उसके लोगों के लिए हम दृढ़ समर्थन की पुष्टि करते हैं और साथ ही रूस को उसके निर्लज्ज हमलों के लिए जवाबदेह ठहराने की हमारी तत्परता भी है.”