Saturday, July 27, 2024

Future Bihar conclave: हम बिहारी सब पर भारी का भाव एनडीए सरकार आने के बाद जागा-विजय सिन्हा

session -6 बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा

अगर बिहार एक पार्टी को बहुमत देगा तो उसका भविष्य ज़रुर बदलेगा- सम्राट चौधरी

जनता चाहे नीतीश कुमार को बहुमत दे, बीजेपी को बहुमत दे या फिर किसी और पार्टी को दे लेकिन स्पष्ट बहुमत दें-सम्राट चौधरी

राजनीतिक अस्थिरता तब पैदा होती है जब नियत में खोट होता है और नीति असफल हो जाती है. और अगर भविष्य का बिहार बनाना है तो वर्तमान में नींव मजबूत रखनी होगी. और नींव मजबूत रखने हमें अपने इतिहास को याद रखना होगा- विजय कुमार सिन्हा

जब हमारी सरकार बनी तो लोगों के मन में फिर हम बिहारी सब पर भारी का भाव जगा- विजय सिन्हा

session 5- अपरदीप झा, शिक्षाविद

9 से 6 टाइम करने के पक्ष में नहीं है अमरदीप झा, उनका कहना है कि अगर समय बढ़ाना चाहते है तो शनिवार और रविवार को छुट्टी दी जाए.

12 तक स्मार्टफोन की कोई ज़रुरत नहीं है

session 4- रितू जयसवाल, आरजेडी नेता

महिला आरक्षण पर रितू जयसवाल की राय है कि कोटा में कोटा के बिना दिए महिला आरक्षण का कोई मतलब नहीं

session 3- Mukesh shahani- विकासशील इंसान पार्टी (VIP)

मुकेश सहनी का जन्म 31 मार्च 1981 बिहार राज्य के सुपौल जिला में एक बेहद ही गरीब मछुआरा के परिवार में हुआ. उन्होंने 8वीं तक पढ़ाई की है. आर्थिक रुप से कमजोर परिवार में जन्में मुकेश 16-17 की उम्र में दोस्तों के साथ मुंबई चले गए. वहां पहले शीशे की दुकान में काम किया. इसे सहनी की मेहनत ही कहें की, मुकेश साहनी को फिल्म इंड्रस्ट्री में कदम रखने का मौका मिला और वो सेट निर्माण की दुनिया में घुस गए. जिसकी शुरुआत Mukesh Sahani ने शाहरुख़ खान की फिल्म देवदास सेट के निर्माण से की.  मुकेश साहनी ने आगे चलकर खुद का फिल्म, टी.वी. सीरियल शोज़, विज्ञापन आदि के सेट निर्माण के लिए एक कंपनी खोली जिसका नाम ”मुकेश फिल्म वर्क्स प्राईवेट लिमिटेड”  (Mukesh Film Work Pvt. Ltd. )

बात अगर मुकेश सहनी का राजनीतिक इतिहास की करें तो वह बहुत लंबा नहीं है. लेकिन राजनीतिक गठजोड़ की उनकी फेहरिस्त बहुत ही कम समय में काफी लंबी हो चुकी है. मुकेश 2014 के लोकसभा चुनाव में एनडीए के साथ थे. 2015 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी का चुनाव प्रचार किया. वो मल्लाह समुदाय से आते हैं और बिहार में मल्लाह समुदाय की आबादी करीब 6 फीसदी है. और इसमें 10 जातियां आती है. उन्होंने 2018 में अपनी राजनीतिक पार्टी का गठन किया नाम रखा विकासशील इंसान पार्टी (VIP). 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले वो महागठबंधन में शामिल हो गए और तीन सीटों पर उनकी पार्टी ने चुनाव लड़ा था. वो खुद खगड़िया सीट से चुनाव मैदान में उतरे थे. बिहार में मल्लाह समुदाय की आबादी करीब 6 फीसदी है, जिसके तहत 10 जातियां आती हैं. बिहार में अति पिछड़ी जाती में आती है. 2020 में मुकेश सहनी ने महागठबंधन छोड़ दिया और एनडीए में शामिल हो गए बीजेपी ने उन्हें अपने कोटे से 11 सीटे दी. सहनी इसमें से तीन पर जीत गए और वादे के मुताबिक बीजेपी ने उन्हें एमएलसी भी बना दिया लेकिन सहनी की महत्वाकांक्षा उन्हें ले डूबी. यूपी चुनाव में सहनी ने बीजेपी के खिलाफ 53 उम्दवार उतार दिये. अखबारों में फूल पेज एड देकर अपने वोटरों को बीजेपी को वोट नहीं देने को कहा. नतीजा ये हुआ की बीजेपी ने बिहार में ऑपरेशन मुकेश सहनी किया और एक झटके में वीआईपी पार्टी के तीनों विधायकों को बीजेपी में शामिल करा लिया. आज सहनी का ये ही सबसे बड़ा दर्द है वो अपेन समर्थकों से कह भी रहे है कि आज उनके पास भी 4 विधायक होते तो उन्हें भी मुख्यमंत्री बनने का मौका मिलता.

 

 

session 2-आरजेडी के नेता और विधायक सुधाकर सिंह.

शिक्षा को लेकर सवालों से घिरे आरजेडी के नेता, शिक्षा में गुणवत्ता पर बोले सुधाकार सिंह प्रथमिक शिक्षा पर जोर देने की ज़रुरत है. कहा उच्च शिक्षा प्राइवेट सेक्टर कर लेगा.

हम अपने बच्चों को पढ़ने से रोकते हैं.-सुधाकर सिंह

सुधाकर सिंह आरजेडी नेता और विधायक

सुधाकर सिंह 2020 में पहली बार रामगढ़ सीट से आरजेडी के विधायक बने और सामाजिक क्षेत्रीय समीकरण के तहत महागठबंधन सरकार में मंत्री भी बन गए आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे और पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते है.

2010 में पिता के विरोध के बावजूद भाजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरने वाले सुधाकर सिंह राजनीति के बागी भी कहें जा सकते है. 2010 में सुधाकर सिंह ने जब बीजेपी के टिकट पर रामगढ़ से चुनाव लड़ा था तो इनके पिता जगदानंद सिंह ने राजद का साथ देते हुए अपने बेटे को चुनाव हराने के लिए जी तोड़ मेहनत की थी और सफल भी हुए थे. सुधाकर सिंह की शैक्षणिक योग्यता Graduate है उन्होंने दिल्ली से अपनी डिग्री ली है. 45 साल के ये नेता राजनीति में कदम रखने से पहले किसान थे.

 

session 1- कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष मनोज मोहन झा के साथ पहला सेशन. कांग्रेस के इस नेता का मानना है कि रोज़गार से ही बिहार में विकास संभव है.

द भारत नाउ (The Bharat Now) शनिवार (आज) पटना में एक कॉन्क्लेव कर रहा है. भविष्य का बिहार नाम से इस कॉन्क्लेव में प्रदेश के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी मौजूद रहेंगे इसके साथ ही प्रदेश सरकार में जेडीयू कोटे से मंत्री अशोक चौधरी, विजय चौधरी के अलावा नए राज्यसभा सांसद संजय झा भी होंगे. इसके अलावा एनडीए गठबंधन के एक और सहयोगी वीआईपी पार्टी के मुकेश सैनी भी कॉन्क्लेव में अपनी बात रखेंगे. इसके अलावा विपक्ष का पक्ष रखने आरजेडी के तेज तर्रार नेता सुधाकर सिंह भी होंगे.

आप भी हमारे इस कार्यक्रम को लाइव देखें.

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