मुंबई के गोरेगांव पुलिस ने एक बिजनेसमैन से 5 लाख की ठगी करने वाले फर्जी CBI अधिकारियों गिरफ्तार किया है.पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो अपने आपने आप को सीबीआई का अधिकारी बता कर व्यापारियों को ठगने का काम करता था.गोरेगांव पुलिस ने आरोपी के खिलाफ उगाही(एक्सटोर्शन) का मामला दर्ज किया है. ये लोग उन लोगो को अपनी शिकार बनाते जिन्हें पैसे की जरुरत रहती थी.गिरफ्तार आरोपियों का नाम,जीवन अहीर उर्फ विपुल (52),गिरीश वलेचा (29),राहुल शंकर गायकवाड़ (43) और किशोर चाईबल (52) है.पुलिस के अनुसार गोरेगांव पश्चिम के व्यापारी ने अपने कारोबार के लिए करीब 1.6 करोड़ रुपये के कर्ज के लिए इन लोगों से संपर्क किया था. जैसे ही इन लोगों को जानकारी मिली कि बिजनस मैन को पैसों के जरुरत हैं, वो लोग नकली सीबीआई पुलिस के अदिकारी बर कर ऑफिस में घुसे और पुलिस अधिकारी का कार्ड दिखा कर 5 लाख रुपए की मांग कर डाली. जैसे ही पुलिस को इसकी सूचना मिली तुरंत गोरेगॉव पुलिस स्टेशन की टीम मौके पर पहुँचकर 4 लोगो को दबोच लिया जबकि 1फरार होगया.आरोपियों के पास से CBI और पुलिस के नकली आईडेंटिटी कार्ड(पहचान पत्र) बरामद किये गये.
इन नकली पुलिसवालों के असली पुलिस की तरह एक स्कॉर्पियो ले रखी थी.ये गैंग यह गैंग स्कार्पियो से आते थे और अपने आप को सीबीआई ऑफिसर पुलिस ऑफिसर बताकर लोगों से पैसों की वसूली करते थे.इन आरोपियो पर पहल भी ठगी के मामले दर्ज हैं.
ठगी का गैंग चलाने वाले इन लोगों बाकायदा एक टीम बनाकर सभी कोअ लग अलग जिम्मेदारी दे रखी थी. जीवा अर्जुन अहिरे सीबीआई ऑफिसर बनकर जाता था, वहीं गिरीश चंद वलेचा फाइनेंस कंपनी चलाने वाले का किरदार निभाता था, राहुल शंकर गायकवाड अपने आपको सीबीआई का असिस्टेंट अधिकारी बताता था और किशोर शांताराम चौईबल मुंबई पुलिस का इंस्पेक्टर बन कर लोगों को धमकाता था. चारों आरोपियों के खिलाफ कई पुलिस स्टेशनों में शिकायत दर्ज है
यह करोड़ों का लोन दिलाने के नाम पर लोगों को फंसाया करता था.इनके गैंग का आदमी लोन पास करता था,जिसके बाद गैंग का आदमी सीबीआई और पुलिस अधिकारी बनकर छापामारी करता था.जिसके बाद पैसे की मांग की जाती थी. फिलहाल पकड़े गए सभी चारों आरोपी पुलिस कस्टडी में हैं