इस बार नहीं रहेगा भद्रा का साया रक्षा बंधन का पर्व भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक माना गया है। हर साल सावन माह की पूर्णिमा को रक्षा बंधन का पर्व मनाया जाता है। इस साल रक्षा बंधन 09 अगस्त को है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है और बदले में भाई उनकी रक्षा का वचन देते हैं। इस दिन राखी बांधने के लिए शुभ मुहूर्त का विचार किया जाता है। हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार, भद्राकाल व राहुकाल में राखी बांधने की मनाही है। हिंदू धर्म में भद्रा व राहुकाल के समय राखी बांधना अशुभ माना गया है लेकिन इस साल भद्रा सूर्योदय से पूर्व ही समाप्त हो जाएगी, जिससे भद्रा का साया नहीं रहेगा। रक्षा बंधन के दिन राहुकाल की अवधि करीब डेढ़ घंटे की रहेगी। जानें रक्षा बंधन पर राहुकाल का समय व राखी बांधने के लिए ब्रह्म व चौघड़िया मुहूर्त:
राहुकाल का समय: रक्षा बंधन के दिन राहुकाल सुबह 09 बजकर 07 मिनट से सुबह 10 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राहुकाल के दौरान शुभ व मांगलिक कार्यों को करने से बचना चाहिए।
राखी बांधने के लिए चौघड़िया मुहूर्त:
शुभ – उत्तम: 07:27 ए एम से 09:07 सुबह
लाभ – उन्नति: 02:06 पी एम से 03:46 दोपहर बाद
अमृत – सर्वोत्तम: 03:46 पी एम से 05:26 शाम
लाभ – उन्नति: 07:06 पी एम से 08:26 शाम
राखी बांधने के लिए ब्रह्म मुहूर्त: रक्षा बंधन के दिन राखी बांधने का ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04 बजकर 22 मिनट से सुबह 05 बजकर 04 मिनट तक रहेगा। अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजे से दोपहर 12 बजकर 53 मिनट तक रहेगा। सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 05:47 से दोपहर 02:23 बजे तक रहेगा। विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 40 मिनट से दोपहर 03 बजकर 33 मिनट तक रहेगा।
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