दिल्ली : भारत एक अलग अलग विचारधाराओं और संसकृतियों को अपने में समाहित करने वाला देश है.यहां कोस कोस पर पानी औऱ और रिवाज बदल जाते हैं. वैसे ही पूजा पाठ की पद्धति भी बदल जाती है. आज हम आपको देश के कुछ ऐसे मंदिरों के बारे मे बताते हैं जहां मांस और मदिरा प्रसाद के रुप में चढ़ाया जाता है.
गोरखपुर का तरकुलहा देवी मंदिर
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मे बना तरकुलहा देवी मंदिर प्रसिद्ध मंदिर है. बताया जाता है कि पहले ये इलाके घने जंगलों के बीच था. यहां के डुमरी रायसत के राजाबाबू बंधु सिंह का शासन था. राजा बाबू बंधु सिंह के ताड़ के बृक्ष के नीचे पिंडी रखकर देवी का अराधना करते थे. राजा बाबू बंधु सिंह गुरिल्ला युद्ध में परंगत थे.जब भी कोई दुश्मन खास कर अंग्रेज यहां से गुजरता थ राजा उसका सिर काट कर देवी के चढ़ा देते थे. इस मंदिर का मान्यता एक बली मंदिर के रुप मे है .यहां भक्तों को प्रसाद के रुप में मांस (मटन) दिया जाता है.

असम का कामाख्या देवी मंदिर
असम के कमाख्या देवी मंदिर की मान्यता एक तंत्रिक मंदिर के तौर पर है. गोवाहाटी की पहाडियों के बीच बना ये मंदिर देश के पवित्र शक्तिपीठों में से एक है. यहां देवी काली की पूजा की जाती है. मंदिर में देवी मां को मछली और मीट का भोग लगाया जाता है.

कोलकाता का कालीघाट मंदिर
कोलकाता का कालीघाट मंदिर देवी काली के सबसे सिद्ध मंदिरो मे से एक मान जाता है . यहां लोग अपनी मन्नतों के लिए बकरों की बली देते है.

पश्चिम बंगाल का तारापीठ मंदिर
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में बना तारापीठ मंदिर देवी के नौ रुप में एक देवी दुर्गा का मंदिर है. इस मंदिर में भी लोग अपनी मन्नतो के लिए देवी को बली समर्पित करते हैं यहां प्रसाद के रुप में अन्य चीजों के साथ मांस भी दिया जाता है.

कोलकाता का दक्षिणेश्वर काली मंदिर
कोलकाता का दक्षिणेश्वर काली मंदिर मां काली के खास मंदिरों मे से एक है. इश मंदिर को 1854 में बनाया गया था. कुछ समय तक राम कृष्ण परमहंस भी इस मंदिर के पुजारी रहे थे. इस मंदिर की खासियत है कि यहां देवी मां को मछली से बना भोग चढ़ाया जाता है.

ओडिशा का विमला देवी मंदिर
उडीसा की राजधानी पुरी मे बना है विमला देवी मदिर.इस मंदिर का जीर्णोद्धार 2005 में किया गया था. इस मंदिर में देवी मां को मटन और मछली का प्रसाद चढ़ाया जाता है.

मुनियांदी स्वामी मंदिर , तमिलनाडु
तमिलनाडु के मदुरई मे स्थित मुनियांदी स्वामी मंदिर , दक्षिण भारत एक ऐसा मंदिर जहां भक्तो के प्रसाद के रुप में बिरयानी दी जाती है.इस मंदिर में तीन दिन का फेस्टिवल आयोजित किया जाता है जिसमें भक्तों को प्रसाद के रुप में बिरयानी ( मांस के साथ) दी जाती है.
