Wednesday, December 10, 2025

रोटी बनाने के बाद कहीं आप भी तो ऐसे नहीं रखते चकला-बेलन, धन और सम्मान में आती है कमी, जानें किचन से जुड़े वास्तु टिप्स

वास्तु शास्त्र में किचन को घर का हृदय माना गया है और यहीं से पूरे घर को ऊर्जा मिलती है. यह घर का मुख्य स्थान होता है और यहां सिर्फ खाना नहीं पकता, बल्कि घर के इस स्थान से सुख-शांति और बरकत भी जुड़ी रहती है. कई बार हम जल्दबाजी में ऐसे छोटे-छोटे काम कर देते हैं, जिनका असर पैसे की कमी, बेवजह खर्च या घर में नेगेटिविटी के रूप में दिखने लगता है. साथ ही यह छोटी सी गलतियां किचन के वास्तु को खराब कर देती हैं. वास्तु विशेषज्ञ मानते हैं कि रोटी बनाने के बाद चकला-बेलन कैसे रखा जाता है, इससे भी घर की आर्थिक स्थिति और आपसी प्रेम पर सीधा असर पड़ सकता है. चकला और बेलन को मां अन्नपूर्णा और मां लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है. अगर आप घर में इनको सही तरीके से नहीं रखते हैं तो कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. आइए वास्तु शास्त्र के माध्यम से जानते हैं किचन में चकला बेलन किस दिशा और किस तरह रखना चाहिए…

इस तरह चकला-बेलन रखना अशुभ
वास्तु शास्त्र के अनुसार, गंदगी हमेशा घर की नेगेटिव एनर्जी को बढ़ाती है. बहुत से लोग जल्दबाजी में किचन की साफ सफाई कर देते हैं और रोटी बनाने के बाद चकला-बेलन को गीला छोड़ देते हैं, जो कि बहुत अशुभ माना गया है और यह आर्थिक रुकावट का कारण बन सकता है. ऐसा करने से वास्तु दोष भी होता है. चकला बेलन को हमेशा अच्छे से साफ करके सीधा और सुरक्षित जगह पर रखें. चकला बेलन को सूखी जगह पर रखें और रातभर सिंक के पास ना छोड़ें.

चकला-बेलन को इधर-उधर फेंकने से बचें
चकला-बेलन को कभी भी खड़ा या उल्टा नहीं लिटाना चाहिए, ऐसा करने से वास्तु दोष होता है और घर की सकारात्मक ऊर्जा पर प्रभाव पड़ता है. कई घरों में चिड़चिड़ाहट या गुस्से में बेलन-चकला इधर-उधर फेंकने लगते हैं, ऐसा करने से मां अन्नपूर्णा और मां लक्ष्मी को नाराज होती हैं. जो लोग ऐसा करते हैं, उनके घर की बरकत चली जाती है और धन-धान्य की कमी का सामना करना पड़ता है. इसलिए खाना बनाने के बाद चकला-बेलन को हमेशा प्यार और आदर से रखें.

इस उपाय से पितृदोष रहता है दूर
चकला बेलन से सबसे पहले गौमाता के लिए रोटी बनानी चाहिए. गौमाता में सभी देवी-देवताओं का वास होता है और गौमाता के लिए सबसे पहले रोटी बनाने से पितृदोष और राहु-केतु सब शांत होते हैं. ऐसा करने से घर का वास्तु भी सही रहता है और घर में कभी अन्न-धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता.
इस उपाय से माता लक्ष्मी की रहेगी कृपा
अगर आपके घर में धन संबंधित समस्या लगातार बनी रहती है या फिर बने बनाए कार्य अटक जाते हैं तो शुक्रवार के दिन नया चकला-बेलन खरीदकर किसी गरीब व जरूरतमंद महिला को दान में दें. ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर की बरकत भी लौट आती है. वास्तु के अनुसार, शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी का दिन होता है और इस दिन किसी जरूरतमंद को चकला-बेलन का दान करना शुभ माना गया है.

किचन के इस स्थान पर रखें चकला-बेलन
वास्तु के अनुसार, किचन में चकला-बेलन को हमेशा दक्षिण-पूर्व (आग्नेय कोण) या उत्तर-पूर्व में साफ-सुथरे शेल्फ पर रखना चाहिए. साथ ही आप किसी ऊंचे स्थान पर भी रख सकते हैं लेकिन भूलकर भी जमीन पर ना रखें, ऐसा करना अशुभ माना जाता है. अक्सर हम इस्तेमाल के बाद बेलन को ऐसे ही छोड़ देते हैं कि वह लुढ़क जाता है. वास्तु मानता है कि गिरा हुआ बेलन घर की स्थिरता को प्रभावित करता है. इससे पैसा टिकता नहीं और घर में छोटी-छोटी लड़ाइयां बढ़ती हैं.
हमेशा इस तरह रखें चकला-बेलन
किचन वास्तु के अनुसार, रात में किचन के सभी काम अच्छे से साफ तरीके से करें और गंदगी ना छोड़ें. बहुत से लोग रात में झूठे बर्तन छोड़ देते हैं, जो कि बेहद अशुभ माना जाता है. चकला बेलन को हमेशा साफ करके और ढंककर रखें. खुले रखने से नकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है और सुबह का भोजन प्रभावित होता है.

चकला-बेलन के वास्तु के इन नियमों का रखें ध्यान
चकला बेलन अगर टूट जाता है या फिर बहुत ज्यादा पुराना हो गया है तो उसे बहते हुए पानी में प्रवाहित कर दें या फिर किसी मंदिर में दान कर दें. टूटा हुआ चकला-बेलन तुरंत घर से बाहर कर दें क्योंकि टूटा चकला-बेलन वास्तु दोष बढ़ता है. साथ ही ऐसा कहा जाता है कि चकला-बेलन को आग के बहुत करीब रखने से अनावश्यक खर्च बढ़ते हैं और घर में तनाव का माहौल बनता है. इसलिए इनको आग से दूर रखें.

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