कीव
यूक्रेन की राजधानी कीव में भारतीय दूतावास ने ताजा एजवायरी जारी करके अपने नागरिकों के ‘तुरंत’ यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी है.
दूतावास की ओर से कहा गया है कि कुछ लोगों ने पहले ही देश छोड़ दिया है और बाकी जो लोग बचे हैं वो तुरंत यूक्रेन छोड़ दें. दूतावास ने अपने नागरिकों की सहायता/ मार्गदर्शन के लिए संपर्क फोन नंबर जारी किये हैं.
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— India in Ukraine (@IndiainUkraine) October 25, 2022
रुस यूक्रेन के बीच युद्ध तेज
यूक्रेन युद्ध के ताजा बिगड़ते हालात के बीच लगातार परमाणु हमले की आशंका बढ़ती जा रही है. क्रीमिया ब्रिज पर ट्रक में ब्लास्ट के बाद के रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध तेज हो गया है.रुस के लिए क्रीमियन ब्रिज बेहद महत्वपूर्ण माना जाता था.2018 में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस ब्रिज को यूक्रेन के साथ संपर्क के लिए बनवाया था.क्रिमिया के पुल पर ब्लास्ट के बाद से पिछले 9 महीने से चल रहे यूक्रेन रुस युद्ध में जबर्दस्त तेजी आ गई है.रुस की तरफ से लगातार यूक्रेन पर हमले जारी हैं और यूक्रेन भी जवाबी हमले कर रहा है.
पिछले कुछ समय से आशंका जताई जा रही है कि रुस और यूक्रेन दोनों रसायनिक हमले की तैयारी में हैं.रुस ने यूक्रेन पर आरोप लगाया है कि यूक्रेन डर्टी बम के प्रयोग की तैयारी कर रहा है.हलांकि अमेरिका ने इसे कोरी कल्पना करार दिया है लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आशंका जताई जा रही है कि जल्द ही कुछ बड़ा होने वाला है.
क्या होता है डर्टी बम
अभी तक पूरी दुनिया में कहीं भी डर्टी बम का प्रयोग नहीं किया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब दो दशक पहले रुस के चेचन्या प्रांत में एक डर्टी बम के असफल प्रयोग की खबर फैली थी. विशेषज्ञों का मानना है कि डर्टी बम का प्रभाव परमाणु हथियारों की तरह नहीं होता है लेकिन इसका मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है.ये इंसानी जीवन के लिए खतरे से कहीं अधिक घातक है. डर्टी बम वातावरण में रेडियोधर्मी धूल और धुएं को फैलाकर लोगों के बीच भ्रम,घबराहट और अवसाद पैदा करता है.