Elvish Yadav Interrogated: गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सांप के जहर और रेव पार्टी की मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में लोकप्रिय यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता एल्विश यादव से पूछताछ की. एल्विश यादव से पूछताछ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित ईडी कार्यालय में की गई.
जुलाई में भी ईडी ने की थी एल्विश यादव से पूछताछ
ईडी ने आखिरी बार जुलाई में एल्विश यादव से पूछताछ की थी. केंद्रीय एजेंसी की लखनऊ इकाई के अधिकारियों ने उनसे करीब सात घंटे तक पूछताछ की थी.
ईडी ने इस साल मई में इस रैकेट में शामिल बड़ी रकम को देखते हुए सांप के जहर की घटना में धन शोधन निवारण (पीएमएलए) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था.
इससे पहले, यादव को 17 मार्च को गिरफ्तार किया गया था और 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. हालांकि, पांच दिन बाद उन्हें एक स्थानीय अदालत ने जमानत दे दी थी.
एल्विश यादव के खिलाफ क्या है मामला
26 वर्षीय विवादास्पद यूट्यूबर, जो रियलिटी शो बिग बॉस ओटीटी 2 का विजेता भी है, पर नोएडा पुलिस ने नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था.
पशु अधिकार एनजीओ पीपुल फॉर एनिमल्स (पीएफए) के प्रतिनिधि की शिकायत पर पिछले साल 3 नवंबर को नोएडा के सेक्टर 49 पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में नामज़द छह लोगों में एल्विश यादव का भी नाम शामिल था. पांच अन्य आरोपी, सभी सपेरे थे, जिन्हें नवंबर में गिरफ्तार किया गया था और बाद में उन्हें एक स्थानीय अदालत ने जमानत दे दी थी.
यादव ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को “निराधार और फर्जी” बताते हुए खारिज कर दिया था, लेकिन बाद में पुलिस ने उनके खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत आरोप हटा दिए और कहा कि यह उनकी ओर से “गलती” थी.
जुलाई में पूछताछ के बाद ईडी ने फिर क्यों बुलाया एल्विश को
जुलाई में उनसे पूछताछ के बाद, एक अधिकारी ने कहा था कि एजेंसी उनके जवाबों से संतुष्ट नहीं है और सपेरों और अन्य लोगों के बारे में अधिक जानकारी एकत्र करने के बाद उनसे आगे पूछताछ कर सकती है.
अधिकारी ने कहा था कि एल्विश यादव के करीबी सहयोगी और हरियाणा के गायक राहुल यादव, जो फाजिलपुरिया के नाम से लोकप्रिय हैं, से 8 जुलाई को ईडी लखनऊ कार्यालय में कई घंटों तक पूछताछ की गई थी.