पटना : रेलवे में ‘जमीन के बदले नौकरी’ Land for job देने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने कल लालू यादव से 9 घंटे तक पूछताछ की. पूछताछ के बाद RJD प्रमुख लालू यादव पटना में प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर से बाहर निकल गए.
Land for job में लालू यादव से हुई पूछताछ
ED ने’जमीन के बदले नौकरी घोटाला’ मामले में राजद नेता से पूछताछ करने के लिए दिल्ली से एजेंसी के अधिकारियों की एक टीम रविवार को पटना पहुंची. केंद्रीय जांच एजेंसी ने 19 जनवरी को मामले के संबंध में लालू और उनके बेटे तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए नया समन जारी किया था. रेलवे में नौकरी के बदले जमीन देने का घोटाला उस समय का है .जब लालू यादव कांग्रेस के नेतृत्व वाली UPA-1 सरकार में रेल मंत्री थे. जांच एजेंसी के मुताबिक 2004 से 2009 के बीच भारतीय रेलवे के विभिन्न जोनों में ग्रुप-डी पदों पर कई लोगों को नियुक्त किया गया था. आरोप है कि इसके बदले इन लोगों ने अपनी जमीन लालू यादव के परिवार के सदस्य और एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड नामक एक संबद्ध कंपनी को ट्रांसफर कर दी.
बेटी मीसा के साथ पहुंचे ED ऑफिस
Ed कार्यालय के बाहर समर्थकों की भारी भीड़ के बीच सुरक्षाकर्मी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री को उनकी गाड़ी तक ले गए . बेटी मीसा भारती के साथ लालू यादव करीब 11:05 बजे ED ऑफिस पहुंचे थे.लालू यादव से इस दौरान तकरीबन 50 सवाल किए गए. इससे पहले ED कार्यालय में लालू के पहुंचने के बाद मीसा भारती ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था, जब भी कोई केंद्रीय जांच एजेंसी हमारे परिवार के किसी सदस्य को पूछताछ के लिए बुलाती है तो हम वहां जाते हैं और उनके साथ सहयोग करते हैं उनके सभी सवालों का जवाब देते हैं. उन्होंने कहा उनकी स्वास्थ्य स्थिति के कारण उनके लिए अकेले जाना मुश्किल है, यही कारण है कि जब भी वह कहीं जाते हैं तो किसी को उनके साथ जाना पड़ता है.
रोहिणी आचार्य ने किया ट्वीट
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा महागठबंधन से अलग होने के बाद भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ने पर भी मीसा भारती से सवाल पूछा गया इस पर भारती ने कहा बेहतर होगा कि आप नीतीश कुमार से पूछें. सिंगापुर में रह रहीं लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने दावा किया कि उनकी बहन भारती के बार-बार अनुरोध के बाद भी ED अधिकारियों ने RJD प्रमुख के किसी भी सहायक को केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय में प्रवेश करने और उनके साथ जाने की अनुमति नहीं दी. आचार्य ने ट्वीट किया ‘सबको पता है पापा की हालात बिना सहारे नहीं चल सकते फिर भी ED के अधिकारियों ने किसी भी सहायक को अपने कार्यालय में प्रवेश करने और उनके साथ जाने की अनुमति नहीं दी.अनुरोध करने के बाद भी बहन मीसा या उनके सहायक को नहीं जाने दिया.कृपया आप लोग मेरी मदद करें.उन्होंने कहा यह ईडी अधिकारियों द्वारा अमानवीय व्यवहार है.आपको और आपके आका को शर्म आनी चाहिए. आचार्य ने पोस्ट में कहा मेरे पापा को खरोंच भी आई तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा. अगर मेरे पापा को कुछ भी हुआ तो इसके जिम्मेदार गिरगिट नीतीश कुमार पर निशाना के साथ-साथ CBI और ईडी होंगे. शेर लालू अकेला है कमजोर नहीं.