ED action in Haryana: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को यमुनानगर और राज्य के कुछ अन्य क्षेत्रों में अवैध खनन से जुड़े धन शोधन मामले में सोनीपत के कांग्रेस विधायक सुरेन्द्र पंवार को गिरफ्तार कर लिया.
ED action in Haryana: जनवरी में ली थी ED ने तलाशी
जनवरी में ईडी ने सोनीपत में पंवार और उनके सहयोगियों से जुड़े परिसरों, करनाल में भाजपा नेता मनोज वाधवा के आवासों और यमुनानगर जिले में इनेलो विधायक दिलबाग सिंह और उनके सहयोगियों के आवासों की तलाशी ली थी. बाद में सिंह को आगे की पूछताछ के लिए गिरफ्तार कर लिया गया.
पीटीआई के अनुसार, उस समय ईडी की कार्रवाई केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के सशस्त्र कर्मियों ने की सुरक्षा में की गई थी.
मनी लॉन्ड्रिंग का मामला हरियाणा पुलिस की दर्ज की गई कई एफआईआर के बाद सामने आया. ये एफआईआर पिछले दिनों यमुना नगर और आस-पास के जिलों में लीज अवधि समाप्त होने और अदालत के आदेश के बाद भी बोल्डर, बजरी और रेत के कथित अवैध खनन की जांच के लिए दर्ज की गई थी.
‘ई-रावण’ पोर्टल की भी हो रही है जांच
केंद्रीय एजेंसी ‘ई-रावण’ योजना में कथित धोखाधड़ी की भी जांच कर रही है, जो एक ऑनलाइन पोर्टल है जिसे हरियाणा सरकार ने 2020 में रॉयल्टी और करों के संग्रह को आसान बनाने और खनन क्षेत्रों में कर चोरी को रोकने के लिए लाया था.
पंवार ने बेटे की जान को खतरा बता दिया था इस्तीफा
जुलाई 2022 में पंवार ने अपने परिवार की सुरक्षा और भलाई समेत व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता को अपना इस्तीफा सौंप दिया था.
बाद में, सोनीपत के विधायक ने कहा कि वह अपना इस्तीफा वापस ले रहे हैं क्योंकि विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने उन्हें पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था का आश्वासन दिया है.
पंवार ने लिखा था, “मेरे बेटे को जान से मारने की धमकियाँ मिल रही हैं, लेकिन चूंकि आपने मुझे आश्वासन दिया है कि हमें पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाएगी, इसलिए मैं अपना इस्तीफा वापस ले रहा हूँ.”