रविवार को राकेश टिकैत के जंतर मंतर पहुंचने और पहलवानों के प्रदर्शन को खुले समर्थन का ऐलान करने के बाद दिल्ली पुलिस की परेशानी बढ़ गई है. सोमवार सुबह जंतर-मंतर पर पहलवानों के प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे किसानों को जब दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड्स लगा रोका तो किसानों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़ प्रदर्शन स्थल पर जाने की कोशिश की.
#WATCH दिल्ली: जंतर-मंतर पर पहलवानों के प्रदर्शन में शामिल होने के लिए किसानों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़े।
पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर WFI प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। pic.twitter.com/mi9kofW2mJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 8, 2023
किसान ने दिया है सरकार को 21 दिन का नोटिस
दरअसल अब खिलाडियों को इंसाफ दिलाने की जिम्मेदारी किसान संगठन और खाप पंतायतों ने ले ली है. हरियाणा-पंजाब के खाप पंचायतों के लोगों के साथ-साथ करीब तीन सौ से ज्यादा किसान धरना दे रही महिला पहलवानों के समर्थन में रविवार को जंतर मंतर पहुंचे. इन नेताओं ने साफ तौर पर सरकार को ये अल्टीमेटम दिया कि 15 दिन के अंदर भारतीय कुश्ती संघ के अधयक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी हो. अगर 21 मई तक बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी नहीं हुई तो देश भर में विरोध प्रदर्शन किया जायेगा. 21 मई को ये फैसला होगा कि आगे क्या कार्रवाई की जाये.
जो बड़े कहेंगे हम वहीं करेंगे-खिलाड़ी
धरने पर बैठे खिलाडियों ने कहा कि अब हम लोग वही करेंगे जो हमारे बड़े, यानी किसान नेता और खाप पंचायतों के आये उनसे समर्थक कहेंगे. विनेश फोगाट ने कहा कि 21 मई के बाद कोई बड़ी फैसला लिया जा सकता है .
विनेश फोगाट ने कहा कि “हम आने वाले टूर्नामेंट के लिए तैयारी करेंगे और हिस्सा भी लेंगे. टूर्नामेंट में हिस्सा लेन के लिए यहीं जंतर मंतर पर अपनी ट्रेनिंग जारी रखेंगे.”
विनेश ने ये भी कहा कि “ये लड़ाई किसी एक खिलाड़ी की नहीं बल्कि देश के हर बेटी की लड़ाई है. इस लिए चाहे जितने दिन उन्हें आंदोलन पर बैठना पड़े बैठेंगे, हमारी ट्रेनिंग चलती रहेगी, लेकिन हमारी मांग है कि बृजभूषण गिरफ्तार हो.”
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