महाराष्ट्र सरकार ने एक आदेश जारी किया है जिसमें कहा गया है कि सभी सरकारी कर्मचारी फोन पर अब हलो की जगह वंदे मातरम बोल कर अभिवादन करेंगे. फोन पर कोई भी हेलो नहीं बोलेगा. ये आदेश सभी सरकारी और सरकारी फंड से चलने वाले संस्थानों पर लागु होगा.
सरकारी आदेश में कहा गया है कि ये पश्चिम से आया अभिवादन है और बेकार की चीज है.इस मामले में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने भी वर्धा में एक कार्यक्रम मे कहा कि वंदे मातरम के नारे ने करोड़ों भारतीयों को प्रेरणा दी थी.अब यही वंदे मातरम हमें व्यवहार मे लाना है.हॅलो नही वंदे मातरम कहिये.यह केवल एक मुहिम नही है, गुलामगिरी कि सभी श्रृंखलाएं हमें तोडनी है.अब जहां जहां हमे गुलामगिरी नजर आयेगी उसका हमें त्याग करना है. इसीलिये हम सब अब हॅलो कि जगह वंदे मातरम कहेंगे.
वहीं महाराष्ट्र सरकार में मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि आज से हम हॅलो कि जगह वंदे मातरम बोलने का अभियान शुरु कर रहे है.अब कुछ लोगो का यह सवाल होगा कि अगर हम जय महाराष्ट्र, जय भवानी, जय भीम, या जय श्रीराम बोलना चाहे तो, तो वो यह भी बोल सकते है. किसी को अगर अपने माता पिता का नाम भी अगर लेना हो तो लीजीये लेकिन हॅलो मत बोलिये, वंदे मातरम हमें प्राणो से प्यारा है, अगर प्राणों से प्यारा है तो वंदे मातरम बोलिये.
दरअसल महाराष्ट्र में अगस्त से ही बात चल रही थी. राज्य मे सत्ता परिवर्तन हुआ और सुधीर मुनगंटीवार को सांस्कृतिक मंत्रालय का प्रभार मिलते ही कुछ घंटो के अंदर मुनगंटीवार ने अपने कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियो को आदेश दिया कि अब हेलो की जगह वंदे मातरम बोलें. ये आदेश सभी सरकारी,अर्धसरकारी,सरकारी फंड से चलने वाले संस्थान और लोकल बॉडीज में लागू है.