Sunday, June 1, 2025

गोवा फर्स्ट का नारा छोड़ AAP में आए श्रीकृष्ण परब, कहा- गोवा के मुद्दों को सुलझाना प्राथमिकता

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गोवा में गुरुवार को श्रीकृष्ण परब आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए. वह रिवोल्यूशनरी गोवांस पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं. 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस दौरान वरिष्ठ नेता और दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी, राष्ट्रीय सचिव व गोवा प्रभारी पंकज गुप्ता, गोवा के प्रदेश अध्यक्ष अमित पालेकर भी मौजूद रहे.

इसके बाद आप नेता आतिशी ने कहा कि भारत के इतिहास में सबसे तेजी से बढ़ने वाली व सबसे तेजी से राष्ट्रीय पार्टी बनने वाली पार्टी 'आप' है. पंजाब में सरकार बनाई, गुजरात और गोवा में अपने विधायक जीते और अब जम्मू-कश्मीर में भी एक विधायक जीते हैं. देश के अलग-अलग हिस्सों में, जहां अलग-अलग भाषाएं बोली जाती हैं और विभिन्न राजनीतिक मुद्दों के आधार पर चुनाव होते हैं, वहां के लोगों ने हमारी पार्टी को चुना. पहले लोग कहते थे के 'आप' केवल दिल्ली की पार्टी है, लेकिन अब ऐसा नहीं.

प्रदर्शन में थे शामिल: अब गोवा के एक युवा और गतिशील नेता श्रीकृष्ण परब आम आदमी पार्टी में शामिल हो रहे हैं. वह रिवोल्यूशनरी गोवांस पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक और इसके जनरल सेक्रेटरी रहे हैं, जिन्होंने रिवोल्यूशनरी गोवांस पार्टी के साथ मिलकर संगठन को पूरे गोवा और उसके आसपास के क्षेत्रों में खड़ा किया. जब गोवा में आईआईटी की जमीन अधिग्रहण के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन हुआ, उसका नेतृत्व करने वालों में श्रीकृष्ण परब भी शामिल थे.

मुद्दों को सुलझाना जरूरी: इस दौरान श्रीकृष्ण परब ने कहा कि वह अरविंद केजरीवाल को धन्यवाद देना चाहते हैं कि उनको इतना बड़ा मंच प्रदान किया गया. उन्होंने कहा कि गोवा एक छोटा सा राज्य है, जहां के मुद्दे भी गांव स्तर के होते हैं, जिन्हें सुलझाना जरूरी है. पांच-छह साल पहले उन्होंने एक विचारधारा शुरू की थी कि गोवा में बदलाव चाहिए. जो 'आप' ने दिल्ली में कर दिखाया था, उसी विचारधारा को लेकर वह गोवा में बदलाव चाहते हैं, ताकि सत्ता को भ्रष्ट लोगों से छीनकर युवाओं के हाथों में लाया जाए.

ऐसे बनाई पार्टी: उन्होंने कहा, गोवा एक पर्यटन राज्य है, जो आतिथ्य और स्वागत के लिए जाना जाता है. गोवा के लोगों पर हो रहे हमलों को उन्होंने उठाया और इन पांच सालों में ऐसे मुद्दों को लिया, जो राजनीतिक नहीं थे, लेकिन गोवा के हर व्यक्ति से जुड़े थे. इन मुद्दों को राज्य स्तर पर प्रस्तुत किया, लेकिन बाद में एक राजनीतिक पार्टी बनाई, क्योंकि उन्होंने देखा कि अगर वह चुनाव नहीं लड़ेंगे, तो कुछ हासिल नहीं कर पाएंगे. केवल प्रदर्शन करने से काम नहीं चलेगा, बल्कि उन्हें जनादेश भी चाहिए.

गोवा को चाहिए बड़ी आवाज: श्रीकृष्ण परब ने कहा कि इसके बावजूद वह जो करना चाहते थे, वह नहीं कर पाए. उन्होंने 'आप' का मंच इसलिए चुना, क्योंकि गोवा के मुद्दों को एक बड़ी आवाज चाहिए, जो राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि सभी कहते हैं कि भाजपा गोवा में कई सालों से सत्ता में है, लेकिन वहां की स्थिति क्या है, यह राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचना चाहिए.

'आप' में किया स्वागत: वहीं गोवा में आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अमित पालेकर ने कहा कि गोवा की राजनीति सत्ता और भ्रष्टाचार का दलदल बन चुकी है. इसी बदलाव के लिए मिशन 2027 और विजन 2027 बनाया गया है, जो गोवा में स्वच्छ राजनीति, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और गैर-भ्रष्ट विकास की बात करता है. इसी उद्देश्य और आकांक्षा के साथ 'आप' गोवा में संगठन बना रही है. इसी के तहत वह आज श्रीकृष्ण परब का 'आप' में स्वागत करते हैं.

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