बागेश्वर धाम वाले बाबा पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा की 7 नवंबर से दिल्ली से शुरुआत हुई, जो अब वृंदावन की ओर बढ़ रही है. इसी बीच सोमवार को दिल्ली के लाल किला इलाके में धमाका हुआ. इस धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई. इस घटना के बाद पुलिस हाई अलर्ट पर है. इसके साथ ही पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ‘सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 2.0′ निकाल रहे हैं. ऐसे में उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनकी सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है. उनकी सुरक्षा में 2 और कंपनियों को तैनात किया गया है. पहले बाबा की सुरक्षा में हरियाणा पुलिस की 3 कंपनी तैनात थीं. दिल्ली से 7 नवंबर को शुरू हुई ये पदयात्रा 16 नवंबर को वृंदावन में जाकर समाप्त होगी. ये जानकारी खुद धीरेंद्र शास्त्री ने दी थी.
झलक पाने के लिए जुटी भक्तों की भीड़
सोमवार रात ये पदयात्रा हरियाणा के पलवल में ठहरी थी. इस दौरान एक हादसा भी हो गया था. धीरेंद्र शास्त्री को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई. लोग अपनी छतों पर चढ़कर उनकी एक झलक पाने की कोशिश कर रहे थे. तभी एक दुकान का छज्जा गिर गया था, जिस पर भीड़ चढ़ी हुई थी. इस हादसे में कई लोगों के घायल होने की जानकारी सामने आई.
यात्रा में साथ-साथ चल रहे 30 हजार श्रद्धालु
पलवल के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पदयात्रा में शामिल लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई थी. अलग-अलग राज्यों से श्रद्धालु इस पदयात्रा में शामिल हो रहे हैं. पदयात्रा में करीब 30 हजार श्रद्धालु भगवान राम और हनुमान जी के झंडे लेकर चल रहे हैं. श्रद्धालु खुशी के साथ यात्रा में ढोल नगाड़े बजाते हुए आगे बढ़ रहे हैं. दिल्ली से भी कुछ लोग ट्रकों में सवार होकर यात्रा में शामिल हुए.
मेवाड़ राजघराने के लक्ष्यराज सिंह हुए शामिल
एकता पदयात्रा 2.0 में राजस्थान के मेवाड़ राजघराने के लक्ष्यराज सिंह भी फरीदाबाद में यात्रा में शामिल हुए. यात्रा के दौरान भक्तों का बाबा के साथ प्रेम भी देखने को मिल रहा है. हजारों लोग यात्रा में भाग ले रहे हैं. यात्रा के दौरान एक भक्त बाबा का आशीर्वाद लेने के लिए उनके पैरों में गिर गया. फिर बाबा ने उन्हें उठाया और कंधे पर हाथ रखकर यात्रा में अपने साथ चलाया. ऐसे ही एक भक्त उनसे लिपटकर रोने लगा. उसे भी बाबा ने शांत कराया.
महिलाएं भी ले रही पदयात्रा में हिस्सा
पदयात्रा में एक कलाकार हनुमानजी का रूप धारण करके शामिल हुआ. इस यात्रा में कई महिलाएं भी भाग ले रही हैं और सभी के हाथों में भगवा ध्वज हैं. रविवार को इस पदयात्रा में कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने भी सहभागिता की. श्रद्धालुओं के लिए सुबह और शाम के खाने की व्यवस्था उन्हीं की ओर से की जा रही है, जिसके लिए धीरेंद्र शास्त्री ने उनका धन्यवाद व्यक्त किया है.

