गुरुग्राम: नए सर्कल रेट लागू हो गए हैं। शुक्रवार से जिले में नए सर्कल रेट पर रजिस्ट्रियां शुरू हो गईं। सर्कल रेट बढ़ने के कारण अन्य दिनों के मुकाबले कम रजिस्ट्रियां हुईं। रिहायशी व कमर्शल प्रॉपर्टी में 30 फीसदी तक का इजाफा किया गया है। सुबह के समय पोर्टल धीमा होने के कारण रजिस्ट्रियां करने में दिक्कत हुई। जिन एरिया में 100 फीसदी से अधिक रेट बढ़ने की बात सामने आई थी, वहां हुई गलतियों को सही कर सर्कल रेट कम कर दिए गए हैं। वहीं, गुरुवार देर रात तक राजस्व विभाग के अधिकारियों ने सर्कल रेट पर आईं आपत्तियों को दूर कर सरकार को अपनी रिपोर्ट भेजी।
जिले में गुड़गांव, मानेसर, पटौदी, फर्रुखनगर, वजीराबाद तहसील हैं, जबकि कादीपुर, हरसरू, बादशाहपुर सब-तहसील हैं। अधिकारियों की मानें तो सभी तहसील व सब-तहसील में रोजाना 600 से 800 रजिस्ट्रियां होती हैं, जबकि सर्कल रेट बढ़ने पर शुक्रवार को पहले दिन 200 से अधिक रजिस्ट्रियां हुईं। काफी लोग तहसीलों में सर्कल रेट संबंधी जानकारी लेने भी पहुंचे। अनुमान है कि आगामी दिनों में पूर्व की तरह ही रजिस्ट्रियां शुरू हो जाएंगी।
वेबसाइट पर सूची अपलोड नहीं
शुक्रवार शाम तक जिला प्रशासन की वेबसाइट पर नए कलेक्टर रेट की सूची अपलोड नहीं की गई थी, जबकि प्रस्तावित कलेक्टर रेट की सूची ही लोगों को दिखाई देती रही। औद्योगिक व आईटी सेक्टरों, लाइसेंस व्यावसायिक इमारतों और मार्केट रेट से बदलाव किया गया है। कुछ एरिया में 10 फीसदी से कम की बढ़ोतरी की गई है। हालांकि ऐसी एरिया की संख्या बेहद कम बताई जा रही है। बजघेड़ा में कृषि भूमि की सर्कल रेट में 145 फीसदी तक की वृद्धि की बात सामने आई थी, जबकि सरहौल में कृषि भूमि के सर्कल रेट में 108 फीसदी तक की वृद्धि प्रस्तावित की गई थी। गुड़गांव गांव में 77 फीसदी तक की वृद्धि प्रस्तावित की गई थी। राजस्व विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि सर्कल रेट में 20 से 30 फीसदी तक की वृद्धि की गई है।
कहां कितने बढ़े सर्कल रेट
एरिया रिहायशी बढ़ोतरी प्रतिशत
वाटिका सिटी 90000 20
तत्व विला 88000 10
मालिबू टाउन 86250 10
रोज वुड 95000 10
उप्पल साउथ एंड 85100 10
पाम ड्राइव 9500 15
गलतियां दूर कर कम किए रेट
अधिकारियों के अनुसार, जिन जगह पर 100 फीसदी से अधिक वृद्धि की बात सामने आई थी, वहां गलती हुई थी, जिसे दूर कर दिया गया है। वहां सर्कल रेट कम कर दिए गए हैं। मकान, दुकान व प्लॉट खरीदने की तैयारी कर रहे शहरी लोग सर्कल रेट घटाए जाने की पैरवी कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि सर्कल रेट लगातार बढ़ाए जा रहे हैं, इससे प्रॉपर्टी खरीदना महंगा हो गया है। प्रॉपर्टी खरीदने के दौरान रजिस्ट्री के अलावा अन्य काफी खर्च होते हैं, जो बढ़ गए है। ग्रामीण एरिया में जिन किसानों के पास जमीन बची है, वह सर्कल रेट बढ़ाए जाने को लेकर उत्सुक हैं।