गुरुग्राम। गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल के पास मंगलवार को गाड़ी चला रहे एक युवक अचानक बेहोश होने लगा तो पास में ही मौजूद यातायात पुलिसकर्मी एएसआई ने सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) देकर उनकी जान बचा ली। जब युवक की हालत में सुधार आया तो उनके भाई को सूचना दी गई और उनके भाई के पहुंचने तक युवक के पास मौजूद रहें। गाड़ी गुरुग्राम के मौजी वाला कुआं निवासी अजीत चला रहा था। एएसआई कृष्ण की तत्परता और समझदारी से एक युवक की जान बच सकी।
बीच रास्ते बंद हो गई थी गाड़ी
मंगलवार को जोनल अधिकारी मेदांता एएसआई कृष्ण कुमार दोपहर को अपनी ड्यूटी पर मौजूद थे। उन्होंने देखा कि सड़क पर एक गाड़ी झटके लेते हुए अचानक बंद हो गई। वह तुरंत ही गाड़ी के पास पहुंचे और देखा की चालक गाड़ी में बेहोशी की हालत में था। उन्होंने तुरंत ही अपनी टीम के साथियों और वहां पर मौजूद राहगीरों की सहायता से उन्हें गाड़ी से बाहर निकाला और सड़क किनारे लेटा दिया। उन्होंने अजीत को सीपीआर देते हुए छाती को जोर जोर से दबाया। थोड़ी ही देर में उनके शरीर में गतिविधि होने लगी।
भाई ने पहुंचकर एएसआई कृष्ण को कहा धन्यवाद
जब उनको होश आया तो उन्हें पानी पिलाकर वहीं पर बैठा दिया गया। इसी दौरान उनके मोबाइल पर उनके भाई को फोन आया। एएसआई कृष्ण ने फोन पर भाई को पूरी जानकारी देकर अपने पास बुलाया। भाई ने मौके पर पहुंचकर कहा कि वह अपने भाई को उपचार करा लेंगे। उन्होंने एएसआई कृष्ण कुमार को भाई की जान बचाने के लिए धन्यवाद दिया।