नई दिल्ली: दिल्ली के रोहिणी इलाके में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और बदमाश के बीच मुठभेड़ हो गई. जिसमें हिमांशु भाऊ गैंग से जुड़ा बदमाश को गिरफ्तर कर लिया गया. मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने बदमाश के पैर में मारी गोली. आरोपी का नाम दीपक बताया जा रहा है. आरोपी रोहतक में हुई एक हत्या की वारदात में शामिल था. तब से इन आरोपियों की तलाश में पुलिस लगी हुई थी. पुलिस टीम अब अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई है.
मिली जानकारी के अनुसार बीते दिनों हरियाणा के रोहतक में कुछ बदमाशों ने दर्जनभर राउंड फायरिंग कर एक शख्स की हत्या कर दी थी. हत्या की उस वारदात में कई लोग शामिल थे. इस वारदात के बाद से ही आरोपियों की तलाश में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम लगी हुई थी. आरोपियों की धरपकड़ के दौरान स्पेशल सेल की टीम को एक शख्स के रोहिणी में आने की सूचना मिली. सूचना के आधार पर स्पेशल सेल में तैनात इंस्पेक्टर संदीप डबास की टीम ने बेगमपुर थाना अंतर्गत रोहिणी में जाल बिछाकर आरोपी को दबोच लिया.
इलाके में पुलिस को देखकर बदमाश भागने लगा और फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस द्वारा जवाबी कार्रवाई में बदमाश के पैर में एक गोली लग गई. जिसके बाद बदमाश घायल हो गया. पुलिस ने उसे तुरंत उपचार के लिए नजदीक के अस्पताल भेज दिया. पुलिस को उम्मीद है कि इस आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अब हत्या की उस वारदात में शामिल अन्य आरोपियों तक भी पुलिस जल्द ही पहुंच जाएगी.
पर्यटकों से धोखाधड़ी करने वाला गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पर्यटकों से धोखाधड़ी करने वाले वांछित अपराधी नीरज गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी साल 2019 से फरार चल रहा था और उसे दिल्ली पर्यटक ठगी निरोधक अधिनियम के तहत घोषित प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर (घोषित अपराधी) किया गया था. डीसीपी आदित्य गौतम ने बताया कि घटना 20 मार्च 2018 की है जब हैदराबाद निवासी वी. मडैया दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे थे और टैक्सी की तलाश कर रहे थे. इसी दौरान नीरज गुर्जर ने उन्हें आगरा तक 5,500 रुपये में टैक्सी सेवा देने की बात कही. लेकिन जब गाड़ी मंगवाई गई तो वह एक प्राइवेट कार निकली, जिससे वी. मडैया को शक हुआ. वहां मौजूद टैक्सी यूनियन अध्यक्ष राज ने भी इस बात का विरोध किया और दोनों ने मिलकर घरेलू एयरपोर्ट थाना में शिकायत दर्ज कराई. इसके आधार पर आरोपी के खिलाफ FIR संख्या 38/18, धारा 4(A) दिल्ली पर्यटक ठगी रोकथाम अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया. मामले की सुनवाई के दौरान नीरज कोर्ट में पेश नहीं हुआ, जिस पर 21 अक्टूबर 2019 को उसे अदालत ने प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर घोषित कर दिया.