Delhi Police Recruitment : दिल्ली पुलिस में सिपाहियों की भर्ती के लिए होने वाली सभी परीक्षा पास करने के बावजूद नियुक्ति पत्र मिलने से वंचित 53 अभ्यर्थी पुलिस मुख्यालय के चक्कर काट रहे हैं. दिल्ली पुलिस में सिपाहियों की भर्ती के लिए अक्टूबर 2023 में 7,500 पदों पर परीक्षा आयोजित की गई थी.
Delhi Police Recruitment : अभी तक नहीं लिया गया कोई निर्णय
कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) द्वारा बीते वर्ष 24 जनवरी को भर्ती का परिणाम घोषित किया गया था, जिसमें 53 अभ्यर्थियों की फिंगर प्रिंट में कमी के कारण भर्ती पर रोक लगा दी गई. एसएससी द्वारा बीते वर्ष जून में उन्हें दोबारा फिंगर प्रिंट लिए बुलाया गया, लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
अभ्यर्थियों का कहना है कि उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. बार-बार आरटीआई लगाने व ई-मेल भेजने के बाद उन्हें एसएससी द्वारा बीते वर्ष जून में सत्यापन के लिए बुलाया गया था.
अभ्यर्थियों का इंटरव्यू भी लिया गया
समस्या को लेकर पहले भी खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद बीत वर्ष 19 दिसंबर से 23 दिसंबर तक कमेटी गठित कर अभ्यर्थियों का इंटरव्यू भी लिया गया और कहा गया कि अगले 15 दिन में उनकी ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी. उस बात को भी चार महीने बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस मुख्यालय की तरफ से इन अभ्यर्थियों को कोई ज्वाइनिंग का कोई पत्र मिला है और वह पुलिस मुख्यालय के चक्कर काटने को मजबूर हैं, जहां से उन्हें बिना कुछ बताए भगा दिया जाता है.
दिल्ली पुलिस में सिपाही, हवलदार व सब इंस्पेक्टरों की भर्ती एसएससी द्वारा हाेती है. अक्टूबर 2023 में 7500 सिपाहियों के लिए एसएससी ने भर्ती निकाली थी, जिसमें देशभर के करीब आठ लाख युवाओं ने आवेदन किया था. विभिन्न राज्यों में अभ्यर्थियों की सुविधा के हिसाब से परीक्षा के लिए अलग-अलग केंद्र बनाए गए थे.
13 जनवरी से शारीरिक परीक्षण लिया गया
वहीं, वर्ष 2023 में अक्टूबर से नवंबर तक लिखित परीक्षा ली गई थी. एक माह तक चली परीक्षा में करीब 56 हजार अभ्यर्थी पास हुए थे. बीते वर्ष 13 जनवरी से इनका शारीरिक परीक्षण लिया गया. शारीरिक परीक्षण भी पास कर जाने पर फाइनल मैरिट लिस्ट में उनका नाम चयनित किया गया.
बीते मार्च माह में पहले करीब दो हजार अभ्यर्थियों को पुलिस विभाग ने नियुक्ति पत्र दिया था. इसके बाद करीब चार से पांच हजार अभ्यर्थियों को पुलिस विभाग द्वारा एक जुलाई को नियुक्ति पत्र दिया गया. 53 चयनित अभ्यर्थियों का फिंगर प्रिंट न मिलने की बात बताकर उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया था.
शारीरिक, मानसिक व आर्थिक रूप से पीड़ित हैं अभ्यर्थी
इन अभ्यर्थियों द्वारा लिखित परीक्षा, शारीरिक परीक्षा, चिकित्सा परीक्षा पास करने के बावजूद ज्वाइनिंग नहीं दी जा रही है. भर्ती पर रोक लगे एक साल से अधिक समय हो गया है, जिससे अभ्यर्थी शारीरिक, मानसिक व आर्थिक रूप से पीड़ित हैं. कुछ बच्चों के तो माता-पिता नहीं होने के कारण रोजी-रोटी कमाने के लिए दिनभर मजदूरी करने को मजबूर हैं. हालांकि दिल्ली पुलिस द्वारा तीन बैच परीक्षण के लिए भेजे जा चुके हैं.