Delhi BJP Meeting: दिल्ली में नई सरकार के गठन को लिए सोमवार, 17 फरवरी को चुने हुए विधायको की एक साथ होने वाली बैठक को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है. सूत्रों के मुताबिक सोमवार को होने वाली बैठक फिलहाल टाल दी गई है. ये बैठक अब 19 फरवरी यानी बुधवार को होगी.
Delhi BJP Meeting : 20 फरवरी को रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण समारोह !
संभवना है कि 19 फरवरी को होने वाली इस बैठक में नये मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लग जाये. नये मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह 20 फरवरी को रामलीला मैदान में हो सकता है. 19 फरवरी को होने वाली बीजेपी विधायक दल की बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ साथ एनडीए के भी कुछ नेता मौजूद रहेंगे. इस बैठख में दिल्ली के सभी सात सांसद भी मौजूद रहैंगे. माना जा रहा है कि इस बैठक में पार्टी दिल्ली के लिए विधायक दल के नेता का चुनाव कर सकती है, साथ ही दिल्ली में सरकार बनाने का दावा लकेर उपराज्यपाल के पास जा सकती है.
कौन बनेगा मुख्यमंत्री , सस्पेंस बरकरार
दिल्ली की 70 में से 48 सीटें जीतने वाली बीजेपी चुनाव परिणाम आने के एक हफ्ते से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी अभी तक मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं कर पाई है. जानकार कयास लगा रहे हैं कि बीजेपी ऐसा रणनीति के तहत ही कर रही है. दिल्ली में 27 साल के बाद सत्ता में वापसी के बाद बीजेपी संभवतह जल्दबाजी में कोई कदम ना उठाकर ऐसे मुख्यमंत्री का चयन करने की तैयारी में है जिसका असर आने वाले विधानसभा चुनावों में भी पड़े. इसके साथ ही दिल्ली में अलग-अलग जाति धर्म के लोगों के बीच भी सही संदेश जाये.
यही कारण है कि अब तक जो नाम कयासों के तौर पर लिये जा रहे हैं उनमें कोई उत्तरांचली, कोई पंजाबी , कोई पूर्वांचली या जाट नेता हैं. दिल्ली में आम आदमी पार्टी के लिए महिलाओं के समर्थन को देखते हुए कयास लगाये जा रहे हैं कि बीजेपी दिल्ली को कोई महिला मुख्यमंत्री देकर आधी आबादी को खुश करने का प्रयास भी कर सकती है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री के लिए किन नामों पर जारी है चर्चा ?
अब तक मुख्यमंत्री पद के लिए जिन नामों पर चर्चा हो रही है उनमें जाट समुदाय से आने वाले और अरविंद केजजरीवाल के उनके गढ़ से हराने वाले प्रवेश वर्मा, दिल्ली एमसीडी में मेयर रह चुकी और एसएसएस से जुड़ी हुई रेखा गुप्ता , बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय, बीजेपी के वरिष्ठ नेता आशीष सूद, जैसे नाम शामिल हैं.कयास लगाया जे रहा है कि एक नाम कैलाश गहलौत का भी हो सकता है क्योंकि कैलाश गहलौत अरविंद केजरीवाल की सरकार में महत्वपुर्ण पदों पर रह चुके हैं, और विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अरविंद केजरीवाल की कार्यप्रणाली से नाराज होकर पार्टी छोड़ी थी और 2025 कै विधानसभा चुनाव आम आमादमी पार्टी के उम्मीदवार को 10 हजार वोटों से हराकर जीता है. दिल्ली में इस समय कई नाम हैं जिनपर चर्चा चल रही है लेकिन सूत्रों का कहना है कि भाजपा दिन राज्यों में भी बिना मुख्यमंत्री का चेहरा आगे किये हुए चुनाव लड़ी है और जीती है वहां-वहां मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर चौंकाया ही है. चाहे मध्यप्रदेश का चुनाव हो या राजस्थान का.उम्मीद की जा रहा है कि 19 फरवरी को होने वाली मीटिंग में सीएम के चेहरे पर फैसला हो जायेगा. सूत्रों के अनुसार, भाजपा आलाकमान चाहती है कि राजधानी दिल्ली में ऐसा कोई मुख्यमंत्री बने जो न केवल पार्टी के भीतर सामंजस्य बनाए रखे, बल्कि जनता की अपेक्षाओं को भी पूरा करे.
कोई सांसद भी चुना जा सकता है सीएम
भाजपा सूत्रों के मुताबिक दिल्ली के सातों सासंदों में से भी कोई मुख्यमंत्री चुनाव जा सकता है. इसमें केंद्रीय राज्यमंत्री हर्ष मल्होत्रा, उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी और नई दिल्ली से सांसद बांसुरी स्वराज के नाम की चर्चा है.
आपको बता दें कि दिल्ली की मौजूदा सरकार का कार्यकाल 26 फरवरी को खत्म हो रहा है तो किसी भी हालत में दिल्ली में 26 तारीख से पहले विधानसभा के नेता सदन का चुनाव होना तय है. दिल्ली की जनता को बेसब्री से नये मंत्रिमंडल के गठन का इंतजार है ताकि पार्टी ने प्रदेश की जनता, प्रदेश की महिलाओं से जो वादे किये हैं , उसे जल्द से जल्द पूरा कर पाये. आपको बता दें कि बीजेपी ने महिलाओं को 25 सौ रुपये मासिक आर्थिक मदद, बसों में फ्री यात्रा, बिजली पानी पर सब्सिडी , बुजुर्गों के इलाज के लिए आयुष्मान योजना के तहत राशि बढ़ाने समेत कई बड़े वादे किये हैं, जिसके पूरा होने का इंतजार है.